जीवन के विभिन्न पड़ावों के अनुभवों को सहेजता हुआ यह काव्यसंग्रह को किसी भूमिका की आवश्यकता क्या होगी, किंतु हमारा मानना है कि पाठकगण किसी पुस्तक को हाथ में लेने के उपरांत एक पूर्वाभास की खोज करते हैं। मैं उनके समक्ष आपने जीवन के चतुर्थ भाग में अर्जित अनुभवों एवं विचारो की श्रृंखला संग उपस्थित हूं