, अध्याय 3: हॉली का काला राज
गांव में मीरा और दोस्त हॉली के बारे में बुजुर्गों से पूछताछ करने लगे।
कहा जाता है कि हॉली के मालिक का बेटा गांव की एक लड़की से प्यार करता था। लेकिन मालिक को ये रिश्ता पसंद नहीं था। एक रात को उसने दोनों को मार डाला था। तब से उन दोनों की आत्माएं हॉली में भटकती रहती हैं। एक बुजुर्ग ने बताया।
इसीलिए रात को वहां अजीब आवाजें और रोशनियां दिखती होंगी। मीरा ने समझा।
हां, कोई भी वहां रात को नहीं जाता। भूतों से डर लगता है। एक और बुजुर्ग ने कहा।
इस कहानी में कुछ तो सच्चाई है। हमें इसका पता लगाना होगा। मीरा ने कहा।
वे तीनों हॉली की ओर रवाना हुए। जैसे ही वे पहुंचे, तेज हवाओं के साथ बादल जमा होने लगे।
देखो, कलेजा बिगड़ रहा है। चलो अंदर चलते हैं। राजेश ने कहा।
वे हॉली में दाखिल हुए। तभी तेज आंधी-तूफान आ गया और बिजली गिरने लगी।
कहीं छिप जाओ! मीरा ने चिल्लाकर कहा।
लेकिन तभी एक बिजली उनके सामने ही गिरी। सबको झटका लगा। जब उठे तो देखा कि सुमन कहीं दिखाई नहीं दे रहा था।
सुमन! सुमन कहां है? राजेश चिल्लाने लगा।
फिर क्या हुआ यह पढ़िए अगले अध्याय में।,