, अध्याय 5: आत्माओं को शांति
मीरा और राजेश ने जोर से सुमन को बाहर निकालने की कोशिश की। कमरे से अजीब आवाजें आ रही थीं।
अचानक कमरा खुल गया और सुमन बाहर आ गया। वह डरा हुआ था।
क्या हुआ था वहां अंदर? मीरा ने पूछा।
मैंने उन दोनों की आत्माओं को देखा। वे मुझे ले जाना चाहती थीं। सुमन ने जवाब दिया।
हमें इन आत्माओं को शांति दिलानी होगी। मीरा ने सोचा।
वे तीनों हॉली के भीतर गए। तभी उन्हें चित्र दिखाई दिया जिसमें उन दोनों की कहानी पूरी हो रही थी।
आत्माओं ने उनसे कहा कि उनका प्यार सच था लेकिन किसी ने समझा नहीं। अब उन्हें शांति चाहिए।
मीरा ने समझा कि ये आत्माएं अपनी कहानी को पूरा होते देखना चाहती हैं। उसने उनसे कहा- आप दोनों की कहानी पूरी हो गई है। अब आप शांति से जा सकते हैं।
चित्र में दिखा कि वे दोनों मिलकर चले गए। चित्र से आत्माएं निकल कर आकाश में लुढ़क गईं।
हॉली में अब शांति लौट आई। मीरा और दोस्त खुश होकर बाहर निकले। रात हो चुकी थी। वे घर की ओर रवाना हुए। हॉली का रहस्य अब सुलझ चुका था।