, अध्याय 4: भूतों से मुकाबला
राजेश लगातार सुमन का नाम ले रहा था। मीरा ने उसे समझाने की कोशिश की-
शांत रहो, हम सुमन को ढूंढेंगे।
दोनों ने हॉली में तलाशी शुरू की। कहीं-कहीं से अजीब आवाजें आ रही थी। राजेश डरा हुआ था।
तभी ऊपर से कुछ गिरा और दोनों चिल्लाए-
भागो! यहां से।
वे दोनों भागने लगे। पीछे से कोई चीज़ उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रही थी। किसी तरह वे बाहर निकल गए।
जब रुके तो देखा कि पीछे कोई नहीं था। लेकिन हॉली से अजीब आवाजें आ रही थीं।
क्या हुआ था वहां? राजेश ने पूछा।
शायद भूतों ने हमें डराने की कोशिश की। मीरा ने कहा।
हमें पुलिस को इस बारे में बताना चाहिए। राजेश ने सुझाया।
नहीं, पहले हमें सुमन को ढूंढना होगा। चलो फिर से जाकर देखते हैं। मीरा ने कहा।
वे दोनों हॉली के पास पहुंचे। अंदर जाते ही कुछ चमकने लगा। सुमन की आवाज सुनाई दी-
मदद करो, यहां से निकालो मुझे!
वे उस तरफ दोड़े और सुमन को देखा जो किसी कमरे में बंद था। उसे बाहर निकालने की कोशिश करने लगे। तभी कमरे से अजीब आवाजें आने लगीं। क्या हुआ, पढ़िए अगले अध्याय में!