ह्रदय की समस्याएं तेजी से दुनिया में बढ़ती जा रही हैं। एक अध्ययन के मुताबिक एक हजार लोगों में 272 लोग ह्रदय की समस्या से ग्रसित होते हैं और यह आकड़े 26 वर्ष में दोगुना हो सकते हैं। अत: दिल की बिमारी के बारे में लोगों को सही जानकारी होनी चाहिए ताकी वे इस समस्या से अपना बचाव कर सकें। दिल की बिमारी से तात्पर्य एक ऐसी समस्या से होता है, जो दिल को प्रभावित करती है। दिल की बिमारी कई प्रकार के कारणों से होती है अत: इसको सिर्फ कोरोनरी धमनी रोग (Coronary artery disease) से जोड़कर देखना गलत है।
दिल की बिमारी के प्रकार -
1 - दिल का दौरा (Heart Attack) पड़ना।
2 - दिल की धड़कनों का अनियमित रूप से चलना।
3 - कोरोनरी आर्टरी डिजीज।
4 - दिल का खराब (Heart Failure) होना।
ह्रदय रोग के कारण -
1 - उच्च रक्तचाप की समस्या होना।
2 - धूम्रपान करना।
3 - मधुमेह की समस्या होना।
4 - अधिक वजन होना।
5 - तनाव का अधिक होना।
ह्रदय रोग के लक्षण -
1 - अधिक पसीना आना।
2 - सीने में बैचेनी होना।
3 - बांह में दर्द होना।
4 - सांस लेने में तखलीफ़ होना।
ह्रदय रोग का आयुर्वेदिक उपचार -
आयुर्वेद में Cardiovascular Disease का सरल उपचार प्राचीन काल से उपलब्ध है।
आयुर्वेद में कई ऐसी औषधियां हैं, जिनके सेवन से ह्रदय रोग से आसानी से बचा
जा सकता है। Ambic Ayurved की Amdil Capsule ऐसी ही एक औषधि है,
जिसका
सेवन ह्रदय रोग में अत्यंत लाभप्रद होता है। इसके सेवन से रक्त वाहिनियों में वसा
का जमाव घटता है, जिसके कारण ह्रदय रोग होने की संभावना घटती है। इसके अलावा AmdilCapsule का सेवन ह्रदय के दौर्बल्य यानि ह्रदय की कमजोरी में भी बेहद लाभकारी
होता है। Amdil Capsule को अर्जुन, ब्राह्मी, शंखपुष्पी, मुक्ता पिष्टी आदि अनेक आयुर्वेदिक औषधियों से निर्मित किया गया है। अत: Amdil
Capsule एक पूर्णत: आयुर्वेदिक औषधि है, जो ह्रदय रोगियों के लिए अत्यंत फायदेमंद
होती है।