हमारा पाचन तंत्र भोजन को ऊर्जा में बदल कर शरीर को बिमारियों से लड़ने के लिए सक्षम बनाता है। अतः बिना सही पाचन तंत्र के स्वस्थ रहना कठिन है। पाचन क्रिया के ख़राब होने पर भोजन को पचने में कठनाई होती है। इसके अलावा हमारे शरीर को भी पूरा पोषण नहीं मिल पाता है। Gastro Intestinal & Liver Care के लिए Pachast Syrup And Tablet एक लाभकारी तथा आयुर्वेदिक औषधी है यह औषधी शरीर में डाइजेस्टिव एंजाइम के निर्माण को बढ़ा कर कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक होती है। यह औषधी शरीर में एसिडिटी, गैस, अफरा आदि को दूर कर भूख को बढ़ाती है। यह औषधी त्रिफला, नागरमोथा, शंखभस्म, वायबिडंग, पुनर्नवा जैसे प्राकृतिक घटकों से निर्मित हुई है, अतः यह पूर्णतः आयुर्वेदिक है।
पाचन तंत्र ख़राब होने के कारण -
1 - तम्बाकू उत्पाद (शराब और सिगरेट ) का अधिक सेवन।
2 - अनियमित भोजन करना तथा पानी का सेवन कम करना।
3 - देर रात तक जागे रहना।
4 - फ़ास्ट फ़ूड या जंक फ़ूड का सेवन।
5 - नींद का पूरा न होना।
पाचन तंत्र का आयुर्वेदिक सरल समाधान -
Pachast Syrup And Tablet पाचन तंत्र संबंधी सभी समस्याओं का सरल समाधान है। यह औषधी, जीवाणु संक्रमण (जो अधिकतर दूषित पानी या दूषित भोजन के सेवन से होता है, इससे आपका पाचन तंत्र ख़राब हो जाता है।) में अत्यंत लाभकारी होती है। यह औषधी पाचन तंत्र में मौजूद हानिकारक वैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करती है। यह लीवर की समस्या में भी काफी लाभकारी होती है। यह औषधी IBS की समस्या में भी काफी लाभकारी होती है। यह औषधी पाचन तंत्र की समस्या जैसे पेट में एठन, दस्त तथा गैस की समस्या में भी काफी लाभकारी है। यह औषधी बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर होती है। Pachast Syrup And Tablet पाचन तंत्र को मजबूत तथा स्वास्थ्यवर्धक बनाने में भी लाभकारी है। यह शरीर की पाचन क्षमता को बढ़ा कर पर्याप्त पोषण तथा खनिज पदार्थ उपलब्ध कराने में मदद करती है जो शरीर में प्लाज्मा और रक्त के निर्माण में काफी उपयोगी होते हैं। Pachast Syrup And Tablet पाचन तंत्र की सर्वागीण आयुर्वेदिक औषधी है जो शरीर में पाचक अग्नि को बढ़ा कर पाचन तंत्र के लिए लाभकारी होती है। इसकी एक एक टेबलेट का सेवनदिन में दो बार भोजन के बाद करें तथा Pachast Syrup को 10 ml की मात्रा में दिन में दो बार सेवन करें।
Pachast Syrup And Tablet निम्न समस्याओं में लाभकारी है -
1 - कब्ज।
2 - वबासीर।
3 - पेट में वैक्टीरियल इंफेक्शन।
4 - गैस।
5 - अफरा आदि।