मानव शरीर के स्वास्थ्य के लिए Gastro Intestinal & Liver Care का सही रहना बहुत आवश्यक है। पाचन तंत्र के ख़राब (Digestive system breakdown) होने पर एसिडिटी, अफरा या दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। पेट से सम्बंधित समस्याओं से सभी काफी परेशान रहते हैं। विवाह होने के बाद में लोगों की जीवन शैली में काफी परिवर्तन आते हैं। जिनके कारण व्यक्ति Digestive system की समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं। कई लोग काफी देर से भोजन करते हैं तो कई बार ऑफिस या व्यापार भी देर से भोजन करने का कारण बन जाते हैं। इस प्रकार से कई कारणों से लोगों के पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और उनको पेट सम्बंधित समस्याएं हो जाती हैं। मुख्य रूप से Digestive system के ख़राब होने का मुख्य कारण खानपान तथा जीवन शैली सही न होना होता है। पाचन तंत्र की खराबी को दूर करने के लिए Pachast Syrup And Tablet एक सर्वाधिक गुणकारी औषधी है। इन समस्याओं को दूर करने के लिए Ambic Ayurved कंपनी का Pachast Syrup And Tablet बहुत लाभकारी होती है। आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों तथा प्राकृतिक घटकों से निर्मित इस औषधी का मानव शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होता है। इस औषधी में हरड़, अमलतास, स्वर्ण पत्री, अर्कचीर जैसी प्राकृतिक ओषधियां हैं जो पेट को स्वस्थ रखने में बहुत कारगर होती हैं।
पेट तथा पाचन संबंधी समस्याएं -
1 - एसिडिटी या गैस।
2 - कब्ज।
3 - पेट में छाले।
4 - भूख न लगना।
5 - पेट में जलन होना।
पेट तथा पाचन संबंधी समस्याओं के कारण -
1 - अस्वस्थ खानपान तथा सुस्त जीवनशैली।
2 - चाय, कॉफी आदि का अधिक सेवन करना।
3 - अधिक मिर्च मसाले का भोजन करना।
4 - ऑयली भोजन अधिक मात्रा में करना।
5 - व्यायाम न करना।
6 - पानी का कम सेवन करना।
7 - समय से भोजन न कर पाना।
पेट तथा पाचन संबंधी समस्याओं के प्रभाव -
1 - भूख कम लगना।
2 - कमजोरी होना।
3 - चिड़चिड़ापन रहना।
4 - मल त्याग करने में समस्या होना।
5 - पेट में मरोड़ तथा जलन होना।
Pachast Syrup And Tablet में आयुर्वेदिक प्राकृतिक घटक -
1 - स्वर्ण पत्री।
2 - हरड़।
3 - अम्लतास।
4 - मरोड़ फली।
5 - बच।
6 - गिलोय।
7 - खस आदि।
पेट तथा पाचन तंत्र की समस्याओं से बचने के लिए कुछ उपाय -
1 - तेज मिर्च मसलों के भोजन से परहेज करें।
2 - ऑयली भोजन का सेवन न करें।
3 - तनाव लेने से बचें।
4 - प्रतिदिन Pachast Syrup And Tablet का सेवन करें।
5 - प्रतिदिन व्यायाम करें तथा पानी का अधिक सेवन करें।