उम्मीद की एक किरणहर बारदिल के दरवाजे परजाने किस झरोखे सेकुछ यूँ झांकती हैके कुछ पल के लिए ही सहीचेहरे पे ख़ुशी की झलकसाफ दिखाई देती है,मन खुश होता है,दिल खुश होता है,फिर जाने कैसेचिंताओं की परछाईउस किरण के सामनेआ जाती हैसब दूर अँधेरा छा जाता हैदिल डूब जाता है।धीरे धीरे लड़खड़ाती सीफिर गुम हो जाती हैवो
ईपेपर और ई-बुक्स वाली एक चर्चित वेबसाइट पर एक कॉमिक्स फ्री में मौजूद है. इस कॉमिक्स में आमिर खान और उनकी पत्नी को कैरेक्टर बनाकर बेहद बेहूदगी की गई है. कॉमिक्स का नाम है – बस भी करो किरन.‘बस भी करो किरन’ का एक हिस्साreadwhere.com पर मौजूद इस कॉमिक्स का कवर भी निहायत घटिया है. हालांकि इसे अपलोड करने