आज कल हर पार्टी एक दूसरे आरोप लगाती है कि ये पार्टी या सर्कार किसान विरोधी है पर किसानो की मूल समस्या क्या है किसी ने समझने की कोशिश नही की नही समझी यदि समझी भी तो उसे नजरअन्दाज किया केवल सम्रर्थन मूल्य बढाने के नारे लगाये दूसरी बात आज तक सरकार ने जातिगत गण्ना आर्थिक गण्ना कराइ पर इस देश मे खरीद कर खाने वाले कितने लोग है इसकी गण्ना नही कराइ मान ले गेहू का सम्रर्थन मूल्य ४००० कर दिया जाय तो किसान को फायदा होगा पर खरीद कर खाने वाले पर क्या गुजरेगी किसान की मूल समस्या है महगी खाद महगा बीज महगा कीट नाशक महगा पानी महगी बिजली महगा डीजल जिससे किसान का लागत मूल्य बढ जाता है यदि लागत मूल्य कम कर दिया जाय तो सम्रर्थन मूल्य १५०० कर देने पर भी किसान फायदे मे रहेगा
जो सरकार इन मुद्दो पर विचार करेगी वही सरकार किसान व देश के हित होगी