17 फरवरी 2016
मेरा दर्द ना जानो तो, दुआ ना देना, में आँसुओं के अश्क से उपजी हुई बूँद हूँ, होश आता है तो लोग दर्द भूल जाते हूँ, बेहोशी है कहती किसी का दर्द ढूढ़ लूँI
17 मार्च 2016
हा हा हा हा ! अरे नहीं .।
18 फरवरी 2016
बहुत चालाक भिखारी ।
18 फरवरी 2016