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माँ का दूध तो बिगड़ जायेगा न!

3 अक्टूबर 2016

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माँ का दूध तो बिगड़ जायेगा न! नीलम भागी ’आप जब इण्डिया लौटेंगी तो मैं अपनी प्रेगनेंट बहन सीमा के लिए ब्रैस्ट पम्प दूँगी, आप ले जायेंगी न’ मोना की सहेली रमा ने मुझसे पूछा। मेरी स्वीकृति मिलते ही उसका चेहरा खिल गया। मैं पैकिंग कर रही थी। रमा एक बक्सा उठाए चली आई। बक्सा देखते ही मैं डर गई। पर हाथ में उठाते ही वह हल्का लगा, लेकिन उसने मेरा तीन चैथाई बैग घेर लिया। मैंने ऐसे ब्रैस्ट पम्प की तो कल्पना भी नहीं की थी। मोना और रमा दोनों की बेटियाँ छोटी हैं। उच्च पद और लम्बे समय तक काम में व्यस्त रहने के कारण उनके मन में ज़रा भी गिल्ट नहीं है कि उनकी बच्चियाँ माँ के दूध से वंचित हैं और फार्मूला मिल्क पर पल रहीं हैं। उस इलैक्ट्रिक पम्प की बदौलत दोनों अपनी बेटियों को खूब माँ का दूध पिला रहीं है। सिंगापुर में उनकी कम्पनी में मैटरनिटी लीव तीन महीने की है। मोना कंस्लटैंट है और रमा मैनेज़र। अब दोनों मुझे पम्प के फायदे बताने लगी ताकि वर्किंग सीमा भी अपने होने वाले बच्चे को भरपूर माँ का दूध पिलाये। फ्रिज़ में माँ का दूध तीन दिन तक और फ्रिज़र में तीन महीने तक खराब नहीं होता है। बस रखने में साफ सफाई का पूरा घ्यान रखना पड़ता है। पम्प को इस्तेमाल के बाद सैनेटाइज़ करो। प्रसव के बाद माँ का दूध बहुत होता है, बच्चा उतना नहीं पी सकता। इसलिए पम्प करके पाउच में हवा निकाल कर सील करके या बाॅटल में फ्रिज़र में रखते जाओ। जब हम घर में नहीं होते, तो जो भी घर में बच्चे की देखभाल करता है, वह माँ के दूध को फ्रिज़ से निकाल कर, उसे गर्म पानी के कटोरे में रख देता है। जब दूध थोड़ा गुनगुना हो जाये। ठण्डा होने से फैट ऊपर आ जाती है। इससे दूध में फैट भी पिघल जाती है। बच्चे को पिला दो। बेबी को दूध पिलाने से या बेबी के पास न रहने से भी पम्ंिपग करते रहोगे, तो दूध का प्रोडक्षन बना रहेगा। आॅफिस में एक पम्ंिपग रुम है। बारी बारी से दूधमुँहें बच्चों की माँ, वहाँ पम्प करने जाती हैं। रमा ने वहाँ अपनी बिटिया की तस्वीर लगा रक्खी है। अन्दर से बंद करके, बेटी को देखते हुए वह पम्पिंग करती है। मोना ने अपने घर में कैमरे लगा रक्खे हैं क्योंकि उसका घर फिलीपीनो मेड देखती है। वह मोबाइल पर अपनी बेटी की हरकतों को देखते हुए आॅफिस में पम्ंिपग करती है। मैंने पूछा,’’घर आने तक दूध खराब नहीं होता।’’उन्होंने एक बैग और रबर की पानी से भरी थैली दिखाई। उन्होंने बताया कि पानी की थैली को फ्रिजर में जमा देते हैं। दूध भी फ्रिज़र में रख देते हैं। षाम को बैग में दूध और बर्फ की थैली रख कर चैन बंद कर देते हैं। घर आते ही फिर फ्रिज में रख देते हैं। अपने केस के सिलसिले में, दूसरे देष में समय का फर्क होने के कारण मोना को कई बार सुबह ही काॅल आ जाती है, ऐसे में वह बेबी को गोद में लेकर उसे निहारते हुए दूध नहीं पिला सकती। तब वह पम्ंिपग करती रहती है और काॅल चलती रहती है। मोना ने बेबी को सात महीने तक अपने ही दूध पर रक्खा हुआ है। मैंने पूछा,’’ आॅफिस के काम से विदेष जाने पर कैसे मैनेज़ करती हो।’’उसने बताया कि जर्काता एक वीक के लिए गई थी। डेढ़ घंटे की फ्लाइट है। तीसरे दिन मैंने जमा हुआ दूध फ्लाइट के समय से पहले कोरियर किया। तुरन्त चैक इन में चला गया वहाँ ठण्डा रहता है। जब तक ठीक से पिघलता, घर वालों ने कलैक्ट कर लिया। वीकएंड पर मैं दूध साथ ही ले आई। अब मुझे पम्प बहुत प्यारा लगने लगा, जिसकी बदौलत परिवार की लाइ़फ़ लाइन कामकाजी महिला अपने बच्चे को माँ के दूध से वंचित नहीं रखती। फ्लाइट में मुझे सोचने के सिवाय कोई काम नहीं था। आम महिला और विषेश महिला, माँ के पद पर आते ही संतान के पोशण के समय मुझे एक जैसी लगती हैं, वे सिर्फ माँ होती हैं। घर पहुँचते ही सीमा गिफ़्ट लेने आई। मैंने धाराप्रवाह उसे बैस्ट पम्प के फायदे बताये। उसने मेरी बातों को ध्यान से सुना।,’’ हम बातें कर ही रहे थे कि लाइट चली गई। यह देख कर मेरे मुँह से तुरंत निकला,’’यहाँ तो बिजली बहुत जाती है। माँ का दूध तो बिगड़ जायेगा न, फिर तो कुत्ते को पिलाना पड़ेगा।’’

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