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मदहोशी का आलम (भाग-2)

30 जुलाई 2022

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मदहोशी का आलम"                                                       ********************

      " फिर बहुत  देर सोचने के बाद रोहन को लगा की पता नही और, आगे क्या-क्या  देखने को मिले इससे अच्छा  है कि मै ये रात इस लडकी के घर चले जाऊ ,फिर  सुबह  अपने घर के लिए  निकल जाऊगा ,"•••••••••‌?

      " बहुत  सोचने के बाद ,,,, रोहन उस लडकी से कहता है ,ठीक है मै चलुगा तुम्हारे घर ,,,,,, यहॉ से कितनी दुर चलना पडेग  ज्यादा दुर तो नही है ना ,,,,,,,,, कयुकि मुझे बिल्कुल  चलने का मन नही हो रहा ,,,,,,ऐस लग रहा है ,,,,,,मानो जैसे मेरा पुरा शरीर भारी हो गया हो ,,,,,, और बहुत  थकावट सा महसूस  कर रहा हूं ,"••••••••••••?

         "फिर वो लडकी कहती है ,बाबु  जी मेरा घर यहॉ से ज्यादा  दुर नही  है , यही पास मे ही है ,आपको ज्यादा  नही चलना पडेगा ••••••••?

        "फिर रोहन जब उठने की कोशिश  करता है तो वो उठ नही पाता है ,,,, तो वो कहता है ,,,,, मुझे ये आचानक  से क्या  हो गया ,,,,, मै उठ क्यु  नही पा रहा हूं"•••••••?

          " वो लडकी कहती है ,लगता है बाबु जी आप इतनी तेज से भागे ना ,,,, तो हो सकता है ,कही नस चढ गई  होगी , चलिए  मै आपको पकडकर ले चलती हूं ,,,  बोलकर  वो लडकी अपना हाथ  रोहन को देती है ,और कहती है ,,लिजिए  बाबु जी मेरा हाथ पकडकर  चलिए "••••••••• ?

        " फिर रोहन उस लडकी की हाथ पकडकर  उठने की कोशिश  चरता है ,,, जैसे ही रोहन उस लडकी का हाथ  पकडता है ,मानो उसके शरीर मे ,एक अजीब  सा कोई  तंरग सा उठने लगता है ,,, फिर उस लडकी से रोहन कहता है ,,,, मेने तुम्हारा हाथ  पकडा तो मुझे कुछ अजीब  सा लग रहा है ,,,, ऐसा लग रहा है ,,,, जैसे  मेरे पुरे शरीर  मे कुछ चल रहा है "••••••• ?

     " फिर वो लडकी रोहन की बात पर हंसने लगती है ,और कहती है ,,,, लगता है बाबु जी आपने इससे पहले किसी लडकी का हाथ नही पकडे हो क्या,,,,  बोलकर हंसने लगती है ,, फिर रोहन के हाथ  पकडकर  चलने लगती है "•••••• ?

     "फिर चलते-चलते रोहन उस लडकी से पूछता है ,,,, हमलोग  इतनी देर से बाते कर रहे है ,अभी तक तुमने आपना नाम क्यु नही बताया ,,,,,, फिर वो लडकी कहती है ,,,, अभीतक  आपने पूछा ही नही तो कैसे बताती ,,,,, रोहन  कहता है ,,,,,, अभी तो पूछा ना अब बता दो ,,,, क्या  नाम है तुम्हारा "•••••••• ?

      " वो कहती है ,बाबु जी मेरा नाम मोहिनी है ,और बाबा मुझे प्यार से मोनी बुलाते है ,,,,,,, फिर रोहन कहता है ,,,, अच्छा  नाम है तुम्हारा  ,,, मन को मोहने वाली मोहिनी ,,,,,, तो वो कहती है ,आपने कुछ कहॉ बाबु जी ,,,,,,, तो रोहन कहॉ ,,,, नही कुछ नही बस ऐसे ही "••••••••••••  ?

      " मोहिनी कहती है ,लो बाबु जी आ गया मेरा घर ,,, लेकिन  रोहन को वहॉ कोई  घर नही दिखा रहा था ,,,, बोला कहॉ है तुम्हारा घर ,,,,,, मुझे तो कही नही दिख रहा ,,,,, मोहिनी कहती है  , मोहिनी कहती है ,वो देखिए  ना बाबु जी आपको नही दिख रहा उस पेड के पीछे ,,,,,, फिर रोहन  सोचने लगता है ,ये क्या  हो रहा है मेरे साथ अभी कुछ देर पहले यहॉ कोई  घर नही था ,और आचानक  से यहॉ घर कैसे हो गया "•••••••  ?

     " मोहिनी फिर पूछती है ,क्या हुआ  बाबु जी आप फिर क्या  सोचने लगे ,,,,, रोहन कहता है ,कुछ नही सोच रहा ,चलो घर के अंदर  चलते है ,,,,, फिर मोहिनी ,,,, रोहन को उस घर के अन्दर लेकर जाती है ,,,,, जब रोहन उस घर के अन्दर  जाता है तो उसे फिर कुछ  अजीब सा होने लगता है ,,,,, मोहिनी उसे एक खाट  पर बैठाती है ,और कहती है ,,,,, आप इस खाट पर बैठीये ,,,, मै आपके लिए  पानी लेकर आती हूं ,,,  बोलकर वो पानी लाने चली जाती है "••••••••••• ?

     " उसके जाते रोहन पुरे घर को बडी हैरानी से देख रहा था ,उसे ऐसा लग रहा था जैसे उस घर मे रखे हुए  सामान  का कभी इस्तेमाल  ही नही हुआ  हो ,सारे समान  बडे ढंग से रखा हुआ  था ,,,, और उस घर के अंदर  एक आजीब सी खुशबु  आ रही थी ,और उस खुशबु से रोहन का मन अजीब  सा व्याकुल  हो रहा था ,उसे ऐसा लग रहा था जैसे कोई  उसे अपनी और खीच रहा है "••••••••• ?

      " तभी मोहिनी रोहन के लिए  पानी लेकर आती है ,और कहती है ,लो बाबु जी पानी पीकर इस खाट पर तुम सो जाव ,मुझे थोडा काम है ,वो करके मै बाहर  ही सो जाऊगी ,,, तो रोहन पूछता  है ,अभी इतनी रात को क्या  काम करना है , तो वो बोली ,बाबु जी मे बिना स्नान  किये नही सोती हूं , इसलिए  नाहाने  जा रही हूं ,,,, फिर रोहन कहता है ,,,,, इतनी रात को ठंड नही लगेगी ,,,, तो मोहिनी कहती है ,,,, बाबु जी हम झोपडी वाले है ,हमे ठंड नही लगती ,,, फिर हंसते हुए  वो बाहर निकल जाती है "•••••••••••  ?

      " मोहिनी के जाने के बाद रोहन पानी पीकर खाट पर लेट जाता है ,और जैसे ही अपनी ऑख बंद करता है ,फिर उसके कान मे चिखने ,,,चिल्लाने ,,, और रोने की आवाज  आने लगती है ,,, फिर वो तुरन्त  उठकर बैठ जाता है ,,,, फिर खिडकी से बाहर  देखने लगता है ,मगर उसे कुछ दिखाई  नही पडता है ,कयुकि  खिडकी के बाहर बहुत  ऑधेरा था ,,,, फिर उसके कान मे गाने की आवाज  आने लगती है ,,,, वो सोचने लगता है ,इतनी रात को गाना कौन,,, गॉ ,,,रही है "••••••••• ?

      " फिर वो झोपडी से बाहर  निकल कर देखने लगता है ,और जिधर से आवाज  आ रही थी ,,, वो उस तरफ चल पडता है ,थोडी दुर जाने के बाद एक झरना नजर आता है ,जिसमे मोहिनी नहा रही थी ,और नहाते-नाहते गाना ,,,गऐ,,, जा रही थी ,,,, फिर रोहन पेड के पीछे से मोहिनी को नाहते हुए  देखने लगा और उसकी सुरीली  आवाज  से वो मुग्ध  हो रहा था ,फिर वही खडा होकर  उसे देखने लगा ,,,मोहिनी के गाने के जो शब्द  थे उससे वो मोहिनी के लिए  पागल हुए  जा रहा था , गाने के बोल थे •••••••••• ?

    आजा  साजन भर लु तुझे बॉहो मे •••••••••••                                     समा जा तु मूझ मे इसतरह •••••••••                   कही पागल  ना हो  जाऊ  तेरे प्यार मे •••••••••••••  

   आजा साजन  भर लु तुझे बॉहो मे••••••••••                                  कब से राह देख रही हूं तेरी ••••••••                            मिले है हम जाने कितने बरसो बाद •••••••       

   आजा साजन  भर लु तुझे बॉहो मे ••••••••••                               सदियो से प्यासी  है ये जोगन •••••••••                        ले, ले मुझे तु आपनी  पनाहो  मे  ••••••••••

  आजा साजन  भर लु तुझे बॉहो मे •••••••••                                 ना जाने कितने दिनो  के बाद •••••••••                        मिटेगी मेरी होटो की प्यास •••••••••

  आजा साजन भर लु तुझे बॉहो मे  ••••••••••   ????

     " मोहिनी गाना गाते हुए  जबतक नाहाते रहती है ,तबतक रोहन दुर से ही उसे देखता रहता है ,,  मोहिनी रात की चांदनी मे वो बिल्कुल हिरणी सी दिख रही थी "•••••••• ?

      " मोहिनी के इस रूप को देखकर रोहन उसकी तरफ मदहोश  होकर खीचता  हुआ चला जा रहा था , और उसे पता ही नही चल रहा था कि वो कहॉ जा रहा है ,,,,  चलते-चलते   झरने के पास पहुंच  जाता है ,,,,,,, फिर मोहिनी की नजर रोहन पर पडती है ,,,,,, और उसे वो खींच कर पानी के अंदर  ले जाती है ,,,, फिर रोहन उसे मदहोशी मे उसे कसकर अपनी बॉहो मे भर लेता है ,,,,,,, और मोहिनी की नशीले  ऑखो मे इस कदर डुब जाता है कि उसे पता ही नही चलता है कि वो क्या  कर रहा है ,••••••  ?

       " फिर दोनो एक-दुसरे की ऑखो मे इतने डुब जाते है कि उसे कुछ ओर दिखाई  नही दे रहा था ,,,,, फिर रोहन,, , मोहिनी को अपने गोद मे उठाकर उसके झोपडी मे लेकर आता है ,फिर दोनो एक-दुसरे मे इतने डुब जाते है कि अपनी सारी हदे पार कर बैठते है ,"••••••• ?

     " दरअसल  मोहिनी जो पानी रोहन को पीने देती है ,उस पानी को पीकर रोहन को नशा होने लगत है ,और वो जो भी करता है नशे की हालत  मे करता है ,,,, अब देखना ये है कि जब रोहन का नशा फटता है तो वो क्या  करता है ••••••••  ?

  "जब रोहन मोहिनी को अपने पास  सोता देखेगा तो क्या  करेगा ,,, वो मोहिनी से सवाल-जवाब  करेगा  या उसे सोता हुआ छोड़कर  भाग  जाएगा  " ?????

  " या फिर मोहिनी उससे सवाल-जवाब  करेगी  " कि रोहन ने उसके साथ  ऐसा क्यु  किया " ????? 

"जानने  के लिए  बढते है अगले चैप्टर  मे •••••???????

 धन्यवाद  !!

 

Dr.k. S .Chandel

Dr.k. S .Chandel

बहुत खूब

14 अगस्त 2022

5
रचनाएँ
"खौफनाक रात का मंजर "
0.0
काश की उस रात रोहन उस सुनसान रास्ते से नही गया होता ,काश की रोहन उस रात को वो खौफनाक मंजर ना देखा होता ,काश रोहन की गाडी खराब ना हुई होती ,काश,,, काश,,,,काश की वो सब रोहन ना देखा होता जो रोहन ने उस रात को अपनी ऑखो से देखा ,,, आखिर रोहन ने ऐसा क्या देखा जो उसकी दिमागी हालत खराब हो गई, और अपने को एक कमरे मे बंद कर लिया ,क्या उसके जीवन मे कोई ऐसी लडकी आएगी जो उसकी दिमागी हालत को ठीक कल पाएगी ,,,, इन सब बातो को जानने के लिए हमे" खौफनाक मंजर को पढना होगा ,,,,,,,,????

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