आज कुछ इस तरह
हमें उनकी याद आने लगी,
दिल कि गहराई से
ये बात हमें सताने लगी।
मैं समझता रहा
उसे भुला रहा हूं मैं,
आइना देख तो तसवीर उसकी नज़र आने लगीl
पल हर पल मैं
तड़पता रहता हु उसके लिये,
मरना चाहा भी तो
सांसे उसकी सताने लगी।
रोम रोम में बसी
हैं उसके जिस्म कि खुशबू,
उसे दिल भर के
चुमने की ख्वाहिश आने लगी।
मैं क्या बताउं
किस तरह से जी रहा हुं मैं
ऐसा लगता हैं मौत
कि आहट मुझे सताने लगी।
मैं खफ़ा हुं उससे वो बेवफ़ा हैं मुझसे,
फ़िर ना जाने
क्यों ये आंखें मुझे रुलाने लगी।