स्वर्ग का रास्ता मां बनाती रही
मेरे तकलीफ सारे उठाती रही
मैं रोया तो मां भी रोती दिखी
मेरे हंसने पे मां मुस्कुराती रही
नरम हाथ फेरे सिर पे नरमदिल
जब मैं सो जाऊं थक के खेल कर
घंटो तक थकी मां थके हाथों से
प्यार से पांव मेरा दबाती रही
घर के काम से थक हार के भी
गोद में मां मुझको झुलाती रही
नींद से प्यारी भला क्या है सुनो
मां आधी नींद में लोरी सुनाती रही
पापा से बहुत डरती थी मगर
जिद्द मेरी सर आंखों पे रखती थी मां
कड़ी धूप में डाल सर पे पल्लू मेरे
नंगे पांव पूरा बाजार घुमाती रही
मैं बदमाश था बचपन में बहुत
मां मुझको बचाए बड़ो की डांट से
जिद्द मेरी जब पूरी कर ना सकी
मां सौ बहाने से मुझको मनाती रही
पापा की ड्यूटी थी बाहर शहर से
बोझ जिम्मेदारियों का उठाती रही
मेरी मुस्कान थी बस उसकी खुशी
बिन लड़े मुश्किलों को हराती रही
खेल में तोड़ बैठा था जब हाथ मै
जब दिल मेरा टूटा था जज्बात में
मेरे ठीक होने की मन्नते मांगते
ऊपर वाले का नाम दोहराती रही
किस्मत को कोसू मिला क्या मुझे
जब मेहनत बेकार जाती रही
वक्त पर बेटा सब मिलेगा तुझे
मां भरोसा मुझे ये दिलाती रही
जिंदगी उसकी थी उसकी ही नही
मां तकलीफ अपनी भुलाती रही
मेरे कल के लिए खुद को भूल मां
खुशी से आज अपना लुटाती रही
अपने गम वो मुझसे छुपाती रही
मेरी खुशियों पे ठहाके लगाती रही
मैं पहला था बच्चा मेरी मां का
मां थोड़ा मेरे लिए जज्बाती रही
जिंदगी देने वाली मां कहती रही
मेरे जीने से ही है उसकी जिंदगी
जब तक चली सांस मां की मेरे
एक मां ही मेरी सच्ची साथी रही