जीवन उद्देश्य
उस राह के राही बने हम ,
जहाँ देश भक्त सिर कटवायें .
भारत माता के चरणों में ,
जीवन अर्पित करते जायें .१.
जो माटी वीरों रक्त सानी,
हम उसका तिलक लगायें .
श्री राम-कृष्ण की भूमि पर ,
'शिवांश' कुछ करके दिखलायें .२.
अलगाव को भूलकर के हम ,
सभी समाज एक हो जायें,
क्या हिन्दू सिक्ख ,क्या मुस्