shabd-logo

मोहब्बत

23 मार्च 2015

246 बार देखा गया 246

अलहदा हैं मेरी और तुम्हारी मोहब्बतें.... तुम्हारी कलफ़ चढ़ी , इस्त्री की हुई सी, सलीकेदार...... मेरी बेतरतीब,बिखरी, बेकायदा,बेलौस - सच्ची मोहब्बत सी मोहब्बत

Anulata raj nayar

विष्णु द्विवेदी की अन्य किताबें

1

मोहब्बत

23 मार्च 2015
0
4
0

अलहदा हैं मेरी और तुम्हारी मोहब्बतें....तुम्हारी कलफ़ चढ़ी , इस्त्री की हुई सी, सलीकेदार......मेरी बेतरतीब,बिखरी, बेकायदा,बेलौस- सच्ची मोहब्बत सी मोहब्बतAnulata raj nayar

2

मोहब्बत

23 मार्च 2015
0
4
0

अलहदा हैं मेरी और तुम्हारी मोहब्बतें....तुम्हारी कलफ़ चढ़ी , इस्त्री की हुई सी, सलीकेदार......मेरी बेतरतीब,बिखरी, बेकायदा,बेलौस- सच्ची मोहब्बत सी मोहब्बतAnulata raj nayar

3

पौरूषत्व

3 जून 2016
0
2
0

उसका दुनिया में आना आसान नहीं थाअगर वो आ गईजब तक वह बच्ची थी परेशानियां कुछ कम थीज्यों रजोदर्शन हुआ परेशानियां और शुरु हुईंहालांकि तब भी वह बच्ची थीतुमने नियम बनाए रजस्वला के लिए यह सहीनियम बनाना गलत तो नहीं इन नियमों को सही सिद्ध करने को शायद तुमने दिए होंगे कारण क्योंकि नियम अनुसरित नहीं किए जाते

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए