वो नाराज हैं हमसेकी हम कुछ बात नहीं करते उनसेलेक़िन हक़ीक़त ये हैकी बात मेरी कभी सुनी ही नहीं उसनेये बात है तो चलो बात कर के देखते हैं तुझमे और मुझमे फर्क है सिर्फ इतनाकी मैं आज भी ख़ामोश निगाहों से बात करता हूँऔर तूम देख कर भी अनजान बनते हो......-अश्विनी कुमार मिश्रा26 सितंबर 2020
हाँ मत करो बात मुझसेतुम्हारी मर्जी।अपनो को क्या देना पडेबार-बार माफी की अर्जी।हाँ मानता हूं मैं हो जाती है गलतिया अक्सरइंसान है हम खुदा तो नहीं।जरा सी बात पर इतने दिन तक रूठे रहनाऐसी भी क्या हो खुदगर्जी।हाँ मत करो बात मुझसेतुम्हारी मर्जी।एक पल में ही भूल गएतुम वो सारी बातेंवो कसमे-वादेवो सब मुलाकाते