मेरी किताब मेरे मन के विचारों पर केंद्रित है न इसमें अनावश्यक चीजों का समावेश है न किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों की रचना मेरी किताब समाज को प्रेरित करने महिलाओं में जाग्रति पैदा करने और वृद्ध लोगों का सम्मान करने के साथ साथ समाज की कुरीतियों को जनता के समक्ष उपस्थित करने का माध्यम है, मेरी कलम का एकमात्र उद्देश्य अपनी कविताओं से समाज के विकास में योगदान देना रहा है युवाओं का मार्गदर्शन करना बच्चों में संस्कार की शोभा बढ़ाना रहा है, हालांकि कहीं कहीं कटु सत्य को उजागर किया है क्योंकि अक्सर बीमारी में कड़वी दवाई ही लाभदायक होती है ठीक उसी प्रकार समाज को जागरूक और बदलने के लिए कड़वी घुट्टी रूपी सच्चाई पिलानी होती है।