अपने जीवन में अवसर का सदुपयोग बहुत जरुरी है.
एक महात्मा जी ने एक निर्धन व्यक्ति की सेवा से प्रसन्न होकर उसे एक पारस पत्थर दिया और बोले -" इससे चाहे जितना लोहा, सोना बना लेना . मैं सप्ताह भर बाद लौट कर वापस ले लूंगा . " वह व्यक्ति बहुत खुस हुआ .उसने बाजार जाकर लोहे का भाव पूछा तो पता चला की लोहा सौ रुपये कुंतल बिक रहा है . उस व्यक्ति ने पूछा क