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पूर्व सैनिक का जल व्रत

7 दिसम्बर 2021

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छठ पर पूर्व सैनिक का जल व्रत, 15 घंटे बिना खाए पीए तालाब में बैठा रहा

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने 15 घण्टे तक जल में बैठा रहा रिटायर्ड आर्मी नौजवान

लोक आस्था के महापर्व छठ पर जिले के मनेन्द्रगढ़ में एक पूर्व सैनिक का जल व्रत देखने को मिला। पूर्व सैनिक 15 घंटे बिना खाए पीए तालाब में मौनव्रत धारण कर बैठा रहा। देश भर में लाखों श्रद्धालुओं ने नदियों तालाबो के तट पर जल में खड़े रहकर भगवान सूर्य को अर्घ्‍य अर्पित किया, लेकिन कोरिया जिले के मनेंद्रगढ़ के नदीपार इलाके में रहने वाले की एक 38 वर्षीय आर्मी रिटायर युवा अनूप ओझा ने देशभक्ति के बाद श्रद्धाभक्ति की अनोखी मिसाल पेश कर डाली। देशभर के विभिन्न शहरों में रहकर भारतीय सेना में सेवा देने के बाद अनूप ने तो आस्‍था का एक अनोखा उदाहरण प्रस्‍तुत किया। वह उगते सूर्य को अर्घ्‍य देने के लिए तालाब के जल में रात भर 15 घंटों तक खड़े रहे।

*पहले छठ में थे मौन व्रत*

पहली बार मौन व्रत रहकर छठ करने वाले अनूप इस बार दूसरी बार छठ कर रहे अनूप ने परंपरा के अनुसार बुधवार शाम को नदीपार इलाके के तालाब में खड़े होकर अस्‍त होते सूर्य को पहला अर्घ्‍य दिया। इन्‍हें अगला अर्घ्‍य गुरुवार सुबह उगते सूर्य को अर्पित करना था। लेकिन अधिकांश व्रतियों की तरह अनूप बुधवार शाम अर्घ्‍य देकर नदी से बाहर नहीं आये बल्कि गले तक इस कड़कड़ाती ठंड तलाब के ठंडे जल में रात भर बैठे रहे। और गुरुवार सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर जल से बाहर निकले।

अनूप कहते है कि मैं सूर्य देव को अर्घ्‍य देने के लिए 15 घंटों तक जल में बैठा। आस्था से शक्ति मिलती है। 10 साल से मन मे था ऐसा करने का लेकिन सैन्य जीवन मे होने के करण अब तक नही कर पाया था। इसके पहले मैने जब पहली बार छठ व्रत किया था तो 3 दिन मैं मौन व्रत था। 


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