<p>रोहित वेमुला अब मात्र नाम नहीं है | इस नाम के साथ उच्च शिक्षा के शोधार्थी एवं समाज से जुड़े मानववादी लोग जुड़े है | फिर भी अभी भी न्याय के लिए आँखे तरसती है | एक तरफ जातिवाद का एवं शोषण बढ़ता जा रहा है, ऐसे वक्त में न्याय को न मिलना न्याय की उम्मीद के साथ साथ उन जातिवादी एवं वर्चस्ववादी ताकतों को बढ़ावा देते है | हमें न्याय चाहिए .... क्या रोहित क्रांति आगे बढ़ेगी ? क्या ऐसी अन्याय प्रिय व्यवस्था का हमें विरोध नहीं करना चाहिए ? जो लोग इस अपराध में जुड़े है क्या उसे सजा नहीं मिलेगी ?</p>