चाँद में तेरा अक्स ढूंढा है मैने,खुद को पाकर तन्हाई में
मेरी नजर में बस तू ही तू ,दिखती हो तुम मुझको मेरी परछाई में
24 जून 2016
चाँद में तेरा अक्स ढूंढा है मैने,खुद को पाकर तन्हाई में
मेरी नजर में बस तू ही तू ,दिखती हो तुम मुझको मेरी परछाई में
kya bat likhi krishna ji apne
25 जून 2016