shabd-logo

शेर

17 जनवरी 2023

11 बार देखा गया 11
हालातों से मजबूर अपनी हाय लिए बैठे हैं
अपनी ही लत से परेशान हम ग़लत बन‌ बैठे है।।

पहली पहेली हल ना की फिर भी हाथ जोड़ खड़े हैं 
माहिर हैं जो बयां करें दया वो बेवक्त करें हाथ खड़े है।।

हमीं से परेशान हैं हमें चाहने वाले
नफ़रत भी हमसें है और चाहते भी बहुत है।।

यादों का सिलसिला है लेकिन बातों की मनाही है
मेरे जेहन में अभी तक उनकी तस्वीर पुरानी है।।


1
रचनाएँ
शेरों शायरी
0.0
जीवन में आने वाली समस्यायों और घटनाओं पर आधारित विषयों पर कुछ शेर हैं, पढ़िए और आनन्द लें और अपनी सोच विकसित करें ।

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए