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शब्द-ए-सफर

Meenakshi Suryavanshi

185 अध्याय
1 लोगों ने खरीदा
49 पाठक

शब्दों का महत्व तो इंसान के बोलने पर समझ आता हैं, वरना ” स्वागत ” तो पायदान पर भी लिखा होता हैं। शब्द ही दुनिया हैं” जो भी व्यक्ति शब्दों का महिमा और शब्दों की शक्ति को समझ लेता है, वो व्यक्ति इस जीवन को भी समझ लेता हैं। शब्द से ही इंसान की पहचान होती हैं। 

shabd e safar

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Nice

पुस्तक के भाग

1

मां

26 मई 2023
13
3
1

माँ, जननी, अम्मा, अम्मी, आईइन शब्दों मे पूरी दुनिया समाई अपने पराए सारे रिश्ते धोखा दे देएक मां ही है जो अपने आंचल की छांव दे।जिस दिन मैं धीमी स्वर में बात करूंपता नही मां कैसे पहचान लेते है&nbsp

2

मजदूर

26 मई 2023
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मजदूर हूं मैं मजबूर नहीं हां मैं तुमसा नशे में चूर नहीं,निर्माता तो हूं मैं इस जग का,है फक्र मुझे कुछ गुरुर नहीं ईश्वर का दिया वरदान हूं मैं, हर प्रलय परतः निर्माण हूं मैं,नल नील सा बन

3

आखरी रात

26 मई 2023
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ओ आखरी राततू कहाँ को चलीओ बता दे जरातू जहाँ को चलीचाँदनी रात में तूकहाँ को चलीखिल रहे फूल भीमुलाकात भीदिल की बारात भीगा रही है धरासज रहा आसमा हैखुशी प्रीत कीरीत की मीत कीओ आखरी रातछा रही धूल भी हैमिलन

4

सुनहरी शाम।

26 मई 2023
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ये मंज़र है अदाओं के बहकती कायनातों में,अरे ओ दिल मेरे तू चल मोहब्बत की हैं ये सुनहरी शाम।ये अपनी जिंदगी हम-दम तुम्हारी ही पनाहो में,बहुत बेचैन अरमां है लिए यादों की सुनहरी शाम।ज़माने भर

5

आंसू

26 मई 2023
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लबों पर आँसु और आंखों में मुस्कान होती जब दिल अपना और प्रीत परायी होती. दिल अगर उनका होता तो कोई बात होती यह दिल मेरा है जिसकी कोई दवाई होती .. अकेले ही रह गये हम परवानों की भीड़ में भरी महफ़िल में

6

दर्द

26 मई 2023
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कभी तुमने मेरा हाथ छोड़ा था आज मैं तुम्हारा साथ छोड़ती हूँ आज जो तुम वापस आने पर आंसू और दर्द सह रहे हो वह दर्द मैंने भी सहा था जब तुम मेरा हाथ छोड़ कर चले गए थे मैंने तो

7

स्त्री

27 मई 2023
1
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कोई कहता है मैं बेचारी हूँ तोकोई कहता है मैं त्याग और ममता की मूरत हूँ ,कोई कहता है मैं जगजननी की सूरत हूँ मैं कौन हूँ, मुझे ही नही पता अब मुझे खुद समझ नही आता समाज तो बदल रहा है&n

8

कुछ नया

28 मई 2023
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चालों कुछ नया सोचते है, कुछ नया करते हैं मिलकर पुराने ज़ख्मों पे मरहम नया लगे तो कुछ बात अच्छी लगे,किसी को खाना हज़म नहीं तो किसी को रोटी न मिले ये भेद अगर मिट जाये तो कुछ बात अच्छी लगे,दिन

9

महबूब

28 मई 2023
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यह धड़कने सब कुछ बयां करता है, मेरे महबूब तू दिल में इश्क सा रहता है......देख तुझे मेरी आँखों का तारा बन तु, बागों में जैसे सुंदर गुलाब खिलता है......तेरा वह मधुर स्वर संगीत गाना प्रिये,

10

यादें

29 मई 2023
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अक्सर मुझे गुजरा ज़माना याद आता है कभी गांव कभी वो घर पूराना याद आता है, सभी को छोड़ कर पीछे आगे आ गये लेकिन पलटकर देखा तो हर किस्सा पूराना याद आता है, जहाँ कभी दोस्तों के साथ गप्पे लड़ाते थे आज भी

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जिंदगी

29 मई 2023
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किसी को पा कर खो कर भी देख लिया...... हमने हँसकर भी देख लिया, हमने रोकर भी देख लिया..... किसी को खो कर पा कर भी देख लिया.... जिन्दगी जीना इतना आसान भी नही यह भी सीख लिया....... आती है जिन्दगी में बहुत

12

मेरी डायरी

31 मई 2023
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ये फिजओ देखो आज मेरी डायरी के पन्ने भी बोल रहे जो हमेशा से दबकर रहे वो अक्षर भी मुँह खोल रहे,है जितने भी दर्द तेरे, तूम हर इक दर्द मुझमें ही लिख दो फिर मेरी इन डायरी के सारे पन्नों को आसूँ स

13

तेरी याद

1 जून 2023
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तेरी यादों की एक अलग ही बात हुआ करती थी बरसती थी जो खुशियां क्या बरसात हुआ करती थी। सावन भी देखो हमेशा तेरी याद लिए ही आता था बारिश में भीगते हम वो मुलाकात क्या हुआ करती थी। ओ मेरे हमदम मेरे सनम हम

14

कुछ बाकी है

1 जून 2023
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खुशियां ही खुशियां होती थी इन बहारों में सिमट गया सब ,केवल एहसास ही कुछ बाक़ी हैं... तुझें भुलने की कोशिश हर बार की हैं मैंने कभी हो जाऊँगी कामयाब ये आस कुछ बाक़ी हैं.. बड़े अरमान से इस दिल में रहा

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कुछ नया

2 जून 2023
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नया दिन नई सुबह की नई किरण,नई उमंग, नई तरंग आसमान में निकला दिनकर नई नवेली सी दुल्हनठहर गई थी जो कलम ,रुक गई थी जो दास्तानथम गया था मन का प्रवाह, बंद थी विचारों की दुकानलौटी जीवन शक्ति अब फ़िर ले

16

तेरा जैसा

2 जून 2023
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क्यों मिले थे तुम मुझे यह बता कर तो जाते कितनी उलझी हुई हूं मैं इन बातों को लेकर सुलझा कर तो जातेतुम जाते जाते अपनी वो हसीं यादें को क्यों नहीं ले गए जो कभी मुझे खुश

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कंप्यूटर

2 जून 2023
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अक्सर सोचते हैं हमकंप्यूटर का जीवन जिएखुद का सॉफ्टवेयर हार्ड वेयर अपडेट करेंकंप्यूटर ज्ञान का भंडार हैखुशियों का राजा है यहजुड़े रहे दिन भर नेटवर्क सेअपने यारों से चैटिंग करूंकंप्यूटर है दुनिया क

18

वाह रे कंप्यूटर

2 जून 2023
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वाह रे कंप्यूटर क्या सुंदर तेरा परिवारसारे जहां में देख तेरा ही है दीदार कितने सुंदर प्यारे न्यारे है तेरे यह बच्चे व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम, फेसबुक और प्रतिलिपि जैसे सच्चे

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कंप्यूटर सा जीवन

2 जून 2023
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😀😀हास्य😀😀ना जाने आज एक विचार आया 🤔कि कंप्यूटर तू होशियार है 👨‍💻या मेरी बीवी💞ब्राउज़र चाहे कितने होंगे 👨‍💻गूगल सफारी या कीवी 👨‍💻पंद्रह साल पहले 💫कहा था गहनों का💫वह अभी भी उसे याद है�

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एक खत जिंदगी के नाम

2 जून 2023
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ए जिंदगी न हो नाराज किमैंने क्यों कुछ ना पायाभला क्यों लुटा दिया सब कुछ परायों पर क्यों मैंने अपने लिए कुछ नहीं बचायातू ही बता क्या वाकई में हूं तेरी मुजरिम जो मेरे हालत देख तुझे मुझ पर तरस

21

एक खत आखरी मुलाकात का.

2 जून 2023
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होठों पर मुस्कान है होती और आँखों से बहता पानी आँसू और मुस्कान कीकितनी सुंदर प्रेम कहानी की है ये आखरी मुलाकात..एक गमों की दवा निराली दूजी खुशियों की है माली एक दूजे के पूरक द

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यादों का खत

2 जून 2023
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एक दिन तुझे छोड़ कर चली जाऊंगीतब देखना तुझे मेरी याद आएगीढूंढते रह जाओगे मुझे हर जगह मेरा मुस्कुराना बहुत याद आएगा....कितने भी मिल जाए तुझे दोस्त यहांलेकिन मुझे यूं ठोकर मार चले जानातुझे बह

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सच्चा प्रेम पत्र

2 जून 2023
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आज हमें वह जमाना याद आयावह दिन रंगते जुनून का सोच अजीब सा नशा छाया खो गए उन पुरानी यादों में जब अक्सर बातें हुआ करती थी वादों मेंतब बातें नहीं अक्षर बयां करते थे प्यार पहले द

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मंजिल

2 जून 2023
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नजरो से नज़र मिले शबाब आ जाने दे जज़्बात बनकर ये सैलाब आ जाने दे.....इश्क की कहानी भी कुछ कहती है ज़रा अपने दिल का ज़बाब आ जाने दे.....वास्तविकता को बदलते देर नहीं लगती अपनी

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जादुई शाम

2 जून 2023
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देखो वक्त के मरहलों से गुजर जा रही है शाम बला-ए-दर्द को किधर ले जा रही है जादुई शाम। इश्क़ सी बेताब सी फ़ैली आसमां में देखो ये शाम हौले - हौले सी मगर मुस्कुरा रही है जादुई शाम ।तुम अंधेर

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तुम

2 जून 2023
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जज्बातों की तेरी आँधियों में डूब गई न जाने कब,इस मोहब्बत की राह में मेरे मन को सिर्फ़ भाये तुम।कैद थी दिल के झरोखे में ख्यालों की तस्वीर तेरी,क्यूं फिर से मुझे आंसू देने के लिए लौटकर आये तुम।चाहत के स

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एकाग्रता

2 जून 2023
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असंभव कुछ भी नही अगर तुम ठान लो तो एकाग्रता से अगर आगे बढ़ते जाओ तो.....वो और होगे जो डर जाते है तूफां के सामने,जंग की हर राहों पर खुद से चलते जाओ तो.....अपनी तकदीर अपने हाथ से लिखते है,जिं

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जिन्दगी

2 जून 2023
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न साथ बचा न शब्द अजीब सा आलम छाया है न कह सके वह अपनी बातें न कोई सुने दिल की यह कैसा मौसम आया है.....🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁समुद्र की लहरें उठती मन में दिखता नहीं कोई छोररह रह कर झल

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बीच

2 जून 2023
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उस बीच पर मैं एक दिनकरती रही याद तुझे पुरा दिनबहती रही मैं तुझ बिन तू देखता रहा होकर गमगीन..... सरित होकर बहती रही मैं मौन सा होकर देखता रहा तू कलकथा गाती रही मैंअनजान बन सुनता रहा

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समुद्र की पुकार

2 जून 2023
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लहरें आती गयी किनारे देखते रहेसमुद्र की पुकार शांत हो चले.... वक़्त चलता गया हम बिखरते चलेहौंसलों के मंज़र यह देखते चले..... साँसों का कर्ज भी भारी मिलावे दिल से उन्हें भी उतारने चले....ना मंज़

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धड़कन

2 जून 2023
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यह धड़कने सब कुछ बयां करता है,मेरे एहसासों में तू इश्क सा रहता है......देख तुझे मेरी आँखोंं का तारा बन तु,बागों में जैसे सुंदर गुलाब खिलता है....तेरा वह मधुर स्वर संगीत गानाप्रिये ,धड़कन में मेरी रस घ

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इश्क का जादू

2 जून 2023
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तेरा इश्क का जादूअब कही खो सा गया हैं,इन बड़ती हुई दुरियों नेअपना एक जहां बना लिया हैं....प्रेम अब तेरा कही दब सा गया है, उन नफरतों के बीच, आज भी हम किया करते है याद बैठ बालकनी मे

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अनकहे शब्द

2 जून 2023
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जिंदगी बहुत शोर मचाती है,अनकहे शब्दों से मिलाती हैं....एहसास जिंदा रहने की बहुत, शब्दों की कीमत चुकाती है....सारे अल्फ़ाज़ बेकरार हो गये,अपनी ही कलम को चलाती है...अनकहे शब्दों का लेख अजब,&n

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परफेक्ट मैच

2 जून 2023
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जिनसे न मिलकर भी उनके होने का हो एहसास ,उम्र गुजारी किशोरी लिए मिलन की आस ,अनजाना चेहरा अनजाने विचार और होगी कुछ बातें जाने कहां कैसे मिलोगेकैसे होगी वह मुलाकातें, सोचते हुए द

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हमसफर

2 जून 2023
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हमसफर प्रेम करता है जैसे,,मधुकर कलियों से करता हैकमल किचड़ से करता हैदिया बाती से करती जैसेगुलाब कांटो से करता जैसे.....हमसफर प्रेम करता है जैसे,, मीरा गिरिधर से करती हैसरिता सागर से करती हैदिवस

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समय समय की बात

3 जून 2023
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समय समय की बात हैताना-बाना रिश्तों कहर पल उलझ ही जाता हैकर लिए हर एक जतन पर कुछ काम ना आता हैअपनी वाणी मीठी कर लीकड़वाहट को दूर कियाछोड़ो मीठा बोलो कड़वा क्यूं सबने मजबूर कियासंयम और शा

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प्यार का मौसम

3 जून 2023
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प्यार का कोई मौसम नहीजब हर बात लगे निराली नैनो को अश्रुओं से सींचे जब प्यार दिखे खाली खाली..... प्या

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एक पहेली

3 जून 2023
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तुम इतना समझ जाओ कि मैं तुम्हें समझा सकूंगी, कुछ अनसुलझी सी पहेलियों को सुलझा पाऊंगी ।वो मोहब्बत जो तुमने कभी हमसे की ही नहीं, उन गुनाहओ की सजा मैं कब तक निभा पाऊंगी ।उस प्रेम के कसमें वादें

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चाल

3 जून 2023
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हर तरह एक नई चालों का जाल नज़र आता हैं जिधर भी देखो रंजिशो का बवाल नज़र आता हैं.... हर कोई चलता है यहां अपनी अंतिम चाल,सबकी नफरतों का एक जंजाल नज़र आता हैं.... गुजर जाता है जीवन इसी चाल

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इश्कजादे

3 जून 2023
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रूख गयी हूं अब तेरे दर के सामने इश्कजादे ,अब इश्क करो या दगा यह तुम्हें पता हैं.....इन सुंदर वादियों में कहीं खो जाऊंगी मैं,अब रास्ते में फुल हो या कांटे यह तुम्हें पता हैं.....मैं एक एहसास लम्हा गुजर

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शैतान मन

3 जून 2023
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शैतान मन चुलबुल सा मेरा हरदम रहता है पागल सा वोउड़ता बादलों में परियों सा वोरहता नींदों में ख्वाबों सा वोबाते करता है अंजान सा वो....शैतान मन चुलबुल सा मेरा कभी कहता कोई किस्सा वोकभी गुनगुनात

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पानी

3 जून 2023
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मैं पानी हूं पानी जिसे लोग शुद्ध नहीं जहरीले बनाने पर लगे होते है,मेरा कोई रंग नहीं होताबात बहुत जरूरी कहता हूं,पत्थर चट्टानों से टकराकर मैं अपनी राह बनाकर बहता हूं, हर प्यासी जुबां पर

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तुम ही हो

3 जून 2023
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हज़ारों ख्वाहिशें हैं तुम उन में से एक हो प्रेमिल खयालात हैं तुम उन में से एक हो .....हज़ारों चेहरे हैं दीदार तुम्हारा ही चाहिए लाख सवालात हैं तुम उन में से एक हो.....सुकून तेरी अंजुमन में आ

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द्वीप

3 जून 2023
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प्रकृति रहस्यमय खजानो से छिपी पड़ी हैविविध रूप व रहस्य इसके अंदर हैंनदी, सागर, महा सागरों,द्वीपो से भरी हैंप्रकृति तरंगों में अवयवों से मिलता आकर्षण हैं सूरज का लालित्य प्रभा वृद्धि कर जाती हैप्र

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भूतिया हवेली

3 जून 2023
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दुल्हन सी लगती थी पहले नई नवेलीअब तो बन गई यह भूतिया हवेली.....उलझ उलझ के सुलझ रही हैबनकर रह गई यह सिर्फ़ एक पहेली.....चांदनी रात हो या हो फिर रात घनेरी ना जाती मैं कभी अब वहां अकेली.....झाड़-फूं

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स्वाभिमान

3 जून 2023
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चटक रही पैरों की घुंघरूबिखर रहा अलते का रंग अधरों पर लाली मुस्काईस्वाभिमान से पुलकित अंगस्याही नई भरे नैनो मेंनई कहानी लिखनी है खोया था अधिकार जो अब तकपाने की ज़िद लिखनी हैसमता का अधिकार हमा

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अपराध

3 जून 2023
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एक अपराध तुमने भी किया था आख़िर मेरा कसूर क्या था ,कभी तुमने मेरा हाथ छोड़ा थाआज मैं तुम्हारा साथ छोड़ती हूँ,आज जो तुम वापस आने पर आंसू और दर्द सह रहे होवह दर्द मैंने भी सहा थाजब तुम अं

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काला जादू

3 जून 2023
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नैनों से काला जादू करते होक्यों हमें तुम हरदम सताते हो... आती है तेरे आने की आहटहमेशा क्यों हमें यूं डराते हो... तेरे होने का एहसास होता हैक्यों बागों में फूल महकाते हो.... अब इंतेहा हो

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प्रेम

3 जून 2023
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ढाई अक्षर का शब्द है प्रेम अगर प्रेम सच्चा हो तो सिर्फ फरवरी महीने का नहीं होताप्रेम तो जन्मों का होता हैप्रेम में व्याप्त हैं सारा संसार प्रेम तो केवल प्रेम हैइसका कोई मोल नहीं हैऔर ना

50

इश्क की डोर

3 जून 2023
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कैसे टूट गई इश्क़ की वो डोरबहुत कोशिश की पर जोड़ नहीं पाये .......वह देते रहे हमेशा अपने दर्द के जख्महम शुरूर में थे कुछ ठान नहीं पाये .......तलाशते रहे हम तो अपना ही वजूद ,कातिलों के शहर में नि

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तेरे बिन

3 जून 2023
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तेरे बिन अकेले ही खुद से बातें करते रहते हैंतेरा पास आकर यूं दूर चले जाना मालूम ना था।दिल की बिगड़ी हुई आदत से ये उम्मीद नहीं थी, भूल जाएगा ये इक दिन तेरा याद आना मालूम ना था। मान लेती हूं हो

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हौसला

3 जून 2023
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जबसे हमने जिन्दगी से दिल मिलाया हैआसमानो ने भी अपना सिर झुकाया है....कौन है जो देखता हैं मेरी मेहनत को मुझको मेरी मंजिलों ने ही रास्ता दिखाया है....चलती रही मैं काटों भरी मंजिल पर कहीमेरी अपनी है

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बच्चे

3 जून 2023
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नव कपल का इतिहास बदल दे एक नया एहसास देकर,मां को मां और पिता को पिता का नया परिचय देकर जिनकी मुस्कान बदल दे दुनिया चाहे सूरज हो या मुनिया ,माता-पिता के राज दुलारे तो बुजुर्गों

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इंतजार

3 जून 2023
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इंतजार करना भी बड़ा अजीब होता हैखामोशियों के बहुत करीब होता है.....एक खाली पन है इस दिल में हमेशा उदासी का तन्हां सा नसीब होता है......केवल उनकी चाहत का ही सुरूर हैखुद का वजूद ही अब रकीब होता है.

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तुम जो मिले

3 जून 2023
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तुम जो मिले मुझे तो सब देखते ही रह गए अब सच कहूं मैं भी हैरान सी हो गयी ....तारीफ तो ये है हम तुम्हें जानते भी नहीं,मगर आपके बारे में सोचती ही रह गयी....मीठी मीठी बातें तेरी जो

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मैं तेरी

3 जून 2023
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तुम सतरंगी इंद्रधनुष हो मेरे मैं तेरी एकरंग सी रंगी हुई....... मिट्टी के कच्चे घट से हो मेरेमैं तेरी हूं प्रस्तर पकी हुई........ तुम पर्वत सम उन्नत हो मेरे मैं तेरी टहनी सम झुकी हु

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डरावनी बरसात

3 जून 2023
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जिंदगी डरावनी बरसात के जैसी होती जा रही हैउम्र की तमाम बूंदों को निगलती ही जा रही है.....जलती है अंधेरों में रोशनी वक्ते स्याह रातों मेंतूफानों की तेज हवाओं से बदलती ही जा रही है.......डरावनी बर

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सफलता

3 जून 2023
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वहां पहुँच कर क्या करनाजहाँ लगते न हो हम ऊँचें,यूँ ही व्यर्थ की बातों में तुमन अपना समय बर्बाद करोआजाद करो उन ख्यालों सेजो आगे न तुम्हें बढ़ने देतेजो कहीं बढाते कदम हो तुमतो हर पल ही तुमको रोकेंमत डरो

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समझ लेना तुम

3 जून 2023
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स्मृतियों के वन में सुंदरखिलता गुलाब समझ लेनासाथी मेरे मुझ को अपनेदिल का फूल समझ लेना.... नींद टूटने पर जैसे क

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शहर से दूर

3 जून 2023
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मैं अकेली पथिक पर रुकी न कहींइस सफर में मेरा हमसफ़र भी नहींये तनहाईयाँ तुझको न परेशां करेंमैं तुझको शहर से दूर ले जा लूँ कहीं.... &nb

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बदल गई

3 जून 2023
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लो अब आज की शाम भी गुजर गईयह जिंदगी भी तन्हाईयों में बदल गई....वो खूबसूरत सी उनकी आंखे बेशुमार, अब तो उनकी निगाहें ही बदल गई.......क्या बताएं सबको दीवानगी का आलमअब उनकी मजबूरियां भी बदल गई......ब

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अल्फ़ाज़

3 जून 2023
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अब ख़्वाब को ही अपना हमसफ़र बनाया था तेरे लब से निकले शब्द से,दिल को बहलाया था....तुम भूल सकते हो मुझे, ये तेरा फैसला था मगर मैंने हरदम अपने दिल में तुमको बसाया था... तू चाहे, तो रख ले

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यादें

3 जून 2023
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अजीब है शाम डर सा समा रहा है मन में जाने क्यों ये दिल है बेईमान क्या वाकई फिक्र है उसे भी या है वह भी बेईमान,शिद्दत ए इमान से पुकारती हूं मैं उसे अब भी क्या करूं उम्मीद मैं जो वो छोड़ गए

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दस्तक

3 जून 2023
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प्यासी धरती की बूंदे बनकर सुंदर निर्मल वाणी बनकर अपने चेहरे पर खुशी लेकर दरवाजे पर दस्तक दे जाना.....ग्रीष्म ऋतु में शीत बनकर अमावस में चांद बनकर कोयल की मधुर वाणी सुनकर

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जज्बात

3 जून 2023
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खूबसूरती तो जज्बातों से खेलते है,जिंदगी के कई आयाम अब मिलते हैं.....क्या मिलेगा क्या नहीं ये बताते नहीं,मोहब्बत के कई नाम मिलते हैं......चलती हुई राहों में सनम का साथ, मंजिलों के पयाम अब बदलते है

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मिल गई

3 जून 2023
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कितना खूबसूरत लगता है यह सफर, इश्क की देखो एक इबादत सी मिल गई....तुम मुझे क्या मिले, हर ख़ुशी ही मिल गईहंसती मुस्कुराती हुई एक जिंदगी मिल गई....मुझे डर लगता है तू खो ना जाये कहीं, सारे जमाने

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लॉकेट

3 जून 2023
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पहन के लॉकेट तेरे नाम का उम्र गुजार सी हो गयीतेरे इंतजार की अब आदत सी हो गयीमिलने की वो मुझसे पल भर भी नहीं मिलता दिल उससे मिला जिससे तो कोई नहीं मिलतालॉकेट में चेहरा हर पल तेरा ही दे

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कान्हा तुम

3 जून 2023
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कान्हा बगीचे में यूं ना बुलाया करो, यूं न तुम मुझे हमेशा सताया करो.....जमुना तट पर गोपियों के संग,येसे न तुम झूम जाया करो.....मेरे सांवरे सलोने में तेरी ही हूं,मेरे मासूम दिल को न तड़पाया क

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छोड़ चली

3 जून 2023
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अब छोड़ चले तेरी इस मोहब्बत कोयहां धोखे के सिवा मिला कुछ नहीं..करते रहे तमन्ना फलक तक तेरीतूने जख्मों से भर दी झोली मेरी..जरूरत थी तुझे हमारे प्यार की इंतजार करती रही पर तू आया नहींतू ठोकर मार चल

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शांत समुद्र

3 जून 2023
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लहरों की मर्जी अब आएं या जाएंशांत समुद्र से दिल डरता नहीं हैं.....वो है कि हिम्मत करता नहीं हैये सफर अकेले कटता नहीं है....बात हो तो जरा इत्मीनान से होइश्क कुछ पल में होता नहीं है.....जिंदगी की इन उदा

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आंसू

3 जून 2023
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मैं तेरी जिंदगी से चले जाऊं तोतेरा इंतजार मेरे सिवा कौन करेगा नफरतों के इस बाजार में,प्यार का इज़हार फिर कौन करेगा....तु लौटकर आएगा ये भरोसा नहीं हैये इश्क भी न जाने कैसा दर्द देता हैअगर न

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इंटरनेट

3 जून 2023
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ये दुनिया लगता है इंटरनेट केइशारों पर चलने लगी हैं कुछ लोग खुश तो कुछ लोग उदास हैं क्योंकि इंटरनेट दुनिया के सभी लोग दास हो गएउंगलियां हरदम थिरकती कीबोर्ड पर सबके राज जै

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मोहब्बत

3 जून 2023
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मोहब्बत का तूफान दिल दुखाता हैएहसासों का हर साज सजाता है..कौन है वह जो अनजान बनता हैक्यों खुद के गुनाहों को छुपाता है..उसके चले जाने से दिल दुखता है फिजाओं में भी यह दर्द उठता है..यह रात सुबह का

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दोस्त

3 जून 2023
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मतलब से कोई दोस्त नहीं थाबिन मतलब दोस्त बनाने थे......उनमें ऊंच नीच का भेद नहीं थायारी धुन के सब दीवाने थे.....दोस्त हो तो फ़िक्र नहींवो भी क्या दिन क्या जमाने थे....जीवन के पेड़ की उस डाली परपँछी गात

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गांव

3 जून 2023
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वो गांव की सादगी,वो बचपन की मस्ती।वो कही खो गई,जो थी कभी मेरी हस्ती।।बचपन का लड़ना झगड़ना,याद आता है हर पल।शहरों में रह कर भूल गए हम,गांव में बीता जो अपना कल।।ना तेरा घर ना मेरा घर,सब रहते आपस में मिल

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प्रेम

3 जून 2023
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तेरे सारे खत आज भी संभाल रखे हैंवह सारे अल्फाज जैसे शांत पड़े हैंजिन गलियों में हम मिला करते थेआज भी वो रास्ते हमें याद है.......जो तीर तूने मेरे दिल पर मारा हैउस पर अपना नाम लिख दिया हैसब कुछ य

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वो लम्हें

3 जून 2023
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तुम चांद बनकर निकलनाहम रात भर तुम्हें देखेंगे किसी दिन तुम ना निकलना वो लम्हें न आने देना........तुम गुस्सा हो जाओ मुझसे हम तुम्हें मना लेंगेमैं तुम्हारी एक झलक के लिए तरसु व

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लालच

3 जून 2023
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वह लालच भी कितनी सफाई से देते हैं,बताते कुछ और है करते कुछ और है।लालच को लपेट कर झूठी फ़ाईलो में,किस्तों मे जिन्दगी बहुत महंगी तोल देते हैं ।जब चुनाव आते तब याद तुम्हारी आतीतुम्हें लुभाने&n

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ख्वाब

3 जून 2023
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मेरी आंखों का बहुत सुंदर मुसाफिर है वोआसमां भी झुके जिसके सजदे में वह ताज है वो उफ्फ्फ्फ़ क्या फुर्सत से तराशा गया है उनको सभी उन्हें देखकर कहते है क्या लाजवाब है वोखुदा ने भी कितनी फुर

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एक रात

3 जून 2023
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अब शब्द ही नहीं मेरे पास एक रात ऐसी हो गयी सफर इस कदर मशगूल हैं जिंदगी मदहोश हो गयी...ख्वाबों के परिंदें भी अब उड़ते रहेंगे दिल के आसमानों मेंअब ख़यालो की दुनिया पे सारे ख्वाब दिलकशी हो गयी...तकदी

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हम तुम

3 जून 2023
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हाथों की लकीरों में लिखा हैतेरा मेरा दिल का रिश्ता हैहर धड़कन यही बात कहेतेरा मेरा साथ रहेहाथों की लकीरों...तू मेरी दुनिया तू मेरा अपनातेरे बिना क्या है मेरा यारतू मेरा जीवन तू मेरा सपनातुझपे लुटा दूँ

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पिया

3 जून 2023
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हर रास्ते का बगीचा सुनाहर छांव सुनी सुनीपिया मिलन से बिछड़े मुस्कान हमारी चली गयी.....टूटे हुए ख्वाब देखोहर रोज पास आते हैंदर्द सहन नहीं कर पातेआंखें छलक जाती...... प्रेम सुंदर उन यादों का&n

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विश्व पर्यावरण दिवस

5 जून 2023
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वृक्षारोपण कर करे ,उत्सव की शुरुआत , पर्यावरण की सुरक्षा ,सबसे पहली बात । नदियाँ मुझसे कह रही,चुभता एक सवाल , कहाँ गया पर्यावरण, जीना हुआ मुहाल । बादलों से पूछो जरा,पानी की औकात ,&

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योजना

6 जून 2023
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कौन-कौन मिलता है हमें इस जमाने में योजना बनाकर आते आशियां मिटाने में। जिस थाली में खाया उसी में छेद कर अब मजा आता इनको आग को लगाने में। इनके दिल मे भरी है नफरत की आग अपने अहम में चिराग बुझा देते हैं ब

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कुछ एहसास

7 जून 2023
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यूं तुम कब तक हमें दर्द देते रहोगे, कभी तो ये आलम तुम्हारे भी होंगे। तुम्हे सिर्फ अपना प्रेम दिखाई दिया, वो भी तुम्हें बेइंतहा मोहब्बत करते होंगे। तुम जोश में हो उफनते दरिया को देख, मगर सैलाब से कई घर

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भयानक रात

7 जून 2023
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जब अपना कोई छोड़ देता है साथ वही है जीवन की भयानक रात जब होते हैं अपने तो हर काम होता पूरा जो ना रहे वह साथ तो वह जीत कर भी अधूरा राते भयानक नहीं उजाली सी

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बचपन का खेल

7 जून 2023
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जिम्मेदारियों का बोझ पाकर ख्वाब अधूरा हो गयावह बचपन का खेल ना जाने कहां गुम हो गया..... वह गांव और गलियां सब अजनबी हो गयावह सब मेरे दोस्त और लड़कपन जाने कहां गया......मिट्टी और खपरैल का वह घरौंदा

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आए क्यों नहीं????

8 जून 2023
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मैं कितना भी रूठ जाऊं मनाने तुम आए क्यों नहीं?मेरी इस मोहब्बत वेकल को रिझाने तुम आए क्यों नहीं?माना तुम अब इश्क इन की गलियों को भूल चुके हो,जब मैं मुसकाऊं भंवरा बन तेरे दिल का तुम आए क्यों नहीं?न जाने

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रिश्ते

12 जून 2023
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जाने कहां वो रिश्ते गुमनाम हुएक्या वाकई फरिश्ते भी बदनाम हुए ,ना अब आरजू महफिल में रही सलामत जब दे अपने ही धोखा तो जाए कौन सी अदालत ,ना सराहनीय न संवेदनशीलता रहीअब ना किसी के मन में आत्मगलिन

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पुस्तक

13 जून 2023
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पुस्तक तो पूरा ज्ञान का भंडार इस में बसा देखो सारा संसार, पुस्तक कि हमें कामयाब बनाती हर सवालों का जवाब बताती,कभी इतिहास,कभी अकाउंट पढ़ाती कभी साइंस तो कभी धर्म का पाठ सिखाती,पुस्त

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दिया तले अंधेरा

13 जून 2023
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कहो कैसे करूं मैं जग उजाला जब खुद को ही ना मिला समृद्धि का सवेरा अब तलक भवन बनाते उम्र बीत गईपर न बना खुद का डेरा उम्र गुजर बीत गईअब क्या बताऊं क्या तेरा क्या मेरा&n

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विरह

14 जून 2023
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दिल का हर कोना खाली जैसे सुनसान लगे अंधियारी पीती रही विरह रस बाती दीपक जलता रहा रातभर....मधुर मिलन का हर क्षण अधुरा बनकर ही रह गया विरह बन अंधेरी रातों में नैनों से अश्रु बनके बह गया..मेरे

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तेरी कमी

15 जून 2023
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तेरी खुशी के लिये खुद को तुझसे जुदा कर दिया,मैंने मोहब्बत में तुझ को ही खुदा कर दिया......अब फ़रिश्ते भी मेरे घर का पता पूछतें हैं,कि कौन है जिसने इश्क़ को ही सदा कर दिया......तेरे दिये ज़ख्म भी तो तु

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मैं और तुम

16 जून 2023
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मैं हृदय की पीड़ा सी तुम इश्क सुहाने सेमैं प्रेम में खोयी सी तुम मस्त मौला सेमैं भावना में बही सी तुम भाव के स्वप्न से।मैं पौधो में कांटो सीतुम प्रेमरस कलिका सेमैं प्रेम में विरह

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Father's day ❤️

18 जून 2023
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मैं अपने पापा की प्यारी सी परी हूंपापा अपने जज्बातो को आँसूओ मे बहा नहीं पाते पापा हैं न प्यार जता नहीं पाते...मेरी खुशी में खुश बहुत होते हैं लेकिन खुशी जता नहीं पाते पापा है

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तुम्हारे लिए

18 जून 2023
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एक खुली किताब जैसा तुम्हें पढ़ाकभी तुम्हें एहसासों में पढ़ा कभी तुम्हें जज्बातों में पढ़ा मैंने हर बातों में तुम्हें पढ़ा।कभी तुम्हारी खुशी को पढ़ा,कभी तुम्हारे गम को जाना तेरे ख्वाबों

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किसे पता

19 जून 2023
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रुक गयी हूं अब तेरे दर के सामने सनम ,तुम हमसे इश्क करों या दगा किसे पता। तेरे ही जज्बातों को याद करते हैं हम,दूर करो या गले लगाओ अब किसे पता।हम तो अनजान रास्ते पर निकल पड़े,तुम दोस्त बनो या अब दु

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बचपन

20 जून 2023
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मेरी आँखों से गुजरी जोबीते लम्हों की परछाईंन फिर रोके रुकी ये आँखें झट से भर आती हैं,वो बचपन गुजरा था जो घर के आंगन में बारिश में हम भीगा करते थेजिसमें वो सावन बरसता थायाद आई मुझे माँ न

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कुछ एहसास

20 जून 2023
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ये जीवन साज़ है कोई आगाज़ तो नही,मोहब्बत ज़रूरी है ये कोई रिवाज़ तो नही।इश्क का बुखार समझ नहीं आया,उस मरीज़ का फिर कोई इलाज़ तो नही।मौसम की तरह तुम बदले हो हमेशा,हम कभी बदले ये हमारा मिज़ाज़ तो नहीं।ज

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चिंगारी

21 जून 2023
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जलती चिंगारी की तरह हुं,ज़िन्दगी से ,जंग करती रोज़ हूँ।एक दिन हो जाऊंगी ,मिट्टी का ढेरथोड़ा थोड़ा सा ,बिखरती रोज़ हूँ।जाने कब आवाज़ देकर रोक लेइसलिये उसके कूचे में ,ठहरती रोज़ हूँ।आतिशे ग़म से गुज़रती

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शहर से दूर

24 जून 2023
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मैं अकेली पथिक पर रुकी न कहींइस सफर में मेरा हमसफ़र भी नहींये तनहाईयाँ तुझको न परेशां करेंमैं तुझको शहर से दूर ले जा लूँ कहीं.... &nb

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क्या करे

26 जून 2023
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भुल गए हैं तेरी बातों को अब उन यादों का क्या करे,रास्ते अब बदल गए हैं अब इन मुलाकातों का क्या करे।जनम जनम की सदियों में भी नहीं मिलना तेरा मेरा,फिर कुछ बचा ही नही अब इन रोकर हालातों का क्या करे।तुम्हा

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विरह वियोग

27 जून 2023
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कौन जाने तुम से फिर येक्यों मेरा योग बना था मिले नहीं हो मुझको औरना मिलने की कोई उम्मीदें थे फिर क्यों ये विरह-वियोग हुए थे.... &

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मुखौटा

28 जून 2023
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मुस्कुराते हुए मुखौटे अक्सर झूठ का सहारा लेते है गिरगिट की फितरत है लोगो की जब चाहे मुखौटा बदल लेते है ......चेहरे पर मुखौटे लिए हुएभीड़ में चल रहे है लोग कौन अपना है कौन परा

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हम तुम

28 जून 2023
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तुम हो सूरज प्रिये मैं हुं रौशनी तुम्हारी....तुम हो दीया प्रियेमैं हुं बाती तुम्हारी....तुम हो चांद प्रियेमैं हुं चांदनी तुम्हारी..तुम हो संगीत प्रियेमैं हुं सुर-ताल तुम्हारी....तुम हो कलम प्रिये

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पंछी की दास्तां

28 जून 2023
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मैं उड़ रहा था अपने दो छोटे - छोटे पंखों के सहारे नीले आसमान की गोद में उड़ता गया बड़े ही आत्मविश्वास के साथ छोटे - छोटे पंखों के साथ जमीन के उपर लगता था मानो आसमान ही मेरा बसेरा है&nbs

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दस्तक

3 जुलाई 2023
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प्यासी धरती की बूंदे बनकर सुंदर निर्मल वाणी बनकर अपने चेहरे पर खुशी लेकर दरवाजे पर दस्तक दे जाना.....ग्रीष्म ऋतु में शीत बनकर अमावस में चांद बनकर कोयल की मधुर वाणी सुनकर

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गुरु पूर्णिमा

3 जुलाई 2023
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हे गुरुवर मन से नादान हूं मैं,गुरुवर विश्वास करा दो,अस्तित्व का आभास करा दो,कब तक भटकूं गुरुवर मेरेकालचक्र के पथ पर,काले बादल घुमड़ रहे हैं भावों के अध्यात्मिक रथ पर,छाया है चहुंओर अंधेरा अर

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खुला आसमान

4 जुलाई 2023
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आसमान कितनी ऊंचाई पर होने के कारण वह अपने आप पर घमंड करते रहता हैलेकिन वह एक बात भूल जाता है कि वह दिखता केवल जमीन पर से ही है......

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माता-पिता के चरणो में ही स्वर्ग हैं

4 जुलाई 2023
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माता-पिता हमारे लिए ईश्वर का वरदान है,वो हमारे जीवन में हमेंशा विद्यमान है,माता-पिता से बढ़कर कोई भगवान नहीं हैं,इनका ऋण चूका पाना कोई ऐसा धनवान नहीं हैं,हमेशा उनको भगवान सलामत रखना,चाहे मुझे कितने भी

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आने वाला कल

17 जुलाई 2023
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आज की शाम ढल गईजाने कल का सूरज क्या होगा ना जाने कितना वक्त मिला हैक्या कल भी यह निशां होगानिशां हो या ना होयादें जरूर होगीहर किसी के मन में जीवन न जीया सिर्फ अपने खातिर यह ख्याल होगा ह

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वो घर

19 जुलाई 2023
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वो घर सुना हो गया कितने साल बीत गएमां के घर से विदा हुए बरसों बीत गए,नया जहां बसाए हुए फिर भी ना जाने क्यों शाम ढलते ही मन फिर से उसी घर में पहुंच जाता हैमेरे परिवार से मिलने

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बरसात

21 जुलाई 2023
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फ़िर आज बरसात हो रही हैं लगता कहीं पर बादल रो रा है,लगता हैं उसने भी आज किसी ना किसी को खोया है,मुक़द्दर साथ नहीं देता हर बार फिर हालात बदलते चले जाते है,बदलते उन हालातों को हमने ब

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तन्हा दिल

28 जुलाई 2023
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अजीब है शाम डर सा समा रहा जाने क्यों ये दिल है बेईमान क्या वाकई फिक्र है उसे भी या है वह यूं ही बेईमान, शिद्दत ए इमान से पुकारती हूं मैं उसे अब भी क्या करूं उम्मीद मैं जो वो छोड़ गए लौट कर

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कुछ एहसास

28 जुलाई 2023
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हरपल मैं तुझे ही याद करती रहुं,दिल के हर कोने में तु ही बसे।तेरा प्रेम क्यों अधूरा सा लगे, निर्मल हवा बन तु मन में बहे।तुझे ही हरदम निहारते रहुं, बागों में जैसे सुंदर गुलाब खिले।वह मधुर स्वर

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आंसु

29 जुलाई 2023
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अपराध तो तुमने भी किया था आख़िर मेरा कसूर क्या था, कभी तुमने मेरा हाथ छोड़ा था आज मैं तुम्हारा साथ छोड़ती हूँ, आज जो तुम वापस आने पर आंसू और दर्द सह रहे हो वो आसूं तो मेरे कब के सुख गए, जब तुम अ

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तुम्हारे लिए..

3 अगस्त 2023
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तुम्हें भी कुछ आता होगा मेरा ख्याल तो कभी, ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल तो कभी । तेरे पूछे गए दिल के प्रश्नों का उत्तर हम देते रहे, क्यों उलझा देते हो इन सुलझे सवाल तो कभी। अजीब हो गया है हाल ए दिल

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यूं ना होगें....

3 अगस्त 2023
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तुझे इश्क करने वाले कम ना होगें, मगर भीड़ में कभी हम ना होंगे। इस दर्द को भी हम पी लेते, जो ये आंखें हमारी नम ना होंगे। घाव तो गहरा दिया है तुमने, उस दर्द के कोई मलहम ना होंगे। ज़रा देर से तुम आया करत

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किसका है??

4 अगस्त 2023
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तुम्हारे किताब में सुखा गुलाब किसका है, भेद खुल गया बता दो ये नाम किसका है। वो भेजे गए खत तुमने बिना पढ़े जला दिए, एक बार पढा तो होता ये पयाम किसका है। दगा तो तुम हमेशा से ही करते आए हो, तुम्हें याद

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हमें कोई बताए..

4 अगस्त 2023
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कोई बताए कहां बसी हैं उनकी बस्ती,जिसे देखने के लिए हरदम आंखें हैं तरसती।नदी और सागर का मिलन तो नहीं है,लेकिन फ़िर भी देखो कैसे बंधी है इनकी कस्ती।कीमत तो तूने कभी नहीं पहचानी मेरी इसलिए हमे

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दोस्ती

5 अगस्त 2023
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अजब सी है यारी हमारी कभी होती है कड़वी तो कभी फूल से भी प्यारी ज़िन्दगी के इन सालों में कुछ रिश्ते हैं ऐसे बुने जैसे काँटों में से हमने हैं फूल चुने यारों ने दी इस दिल को कुछ ऐसी खुशी जिसका रहेगा ये

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कुछ नही...

5 अगस्त 2023
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उन्हें सब ख़बर थी लेकिन कहते हैं पता नही हैं,वो कहते हैं अब इसमें मेरी कोई खता नही हैं।दिन रात केवल आंसु ही बहाते उनके सामने हैं,वो कहते हमें इस ज़ख्म की कोई वफ़ा नही हैं।दिल पर हमारे हमेशा घाव

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इश्क की शुरुआत

6 अगस्त 2023
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मेरी हर गज़ल की खुशबू में महक तेरी ही समझ लेना।कभी कलम साथ न दे तो, मेरे जज्बात समझ लेना,तू दूर हैं मुझसे कि नजदीक हैं दिल के मेरे पता नही,यदि तुम्हें ज्ञात हो जाए मर्ज तो मेरे हालात समझ लेना।यु ही नह

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आखिर क्यों..

8 अगस्त 2023
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क्यों किया तूने ऐसा जला दिया मेरा चेहरा सुंदरता मेरी दागी कर दी पूरी मेरी बर्बादी कर दी तुझ जैसे मतलबी इंसानसे क्यों मैंने प्यार किया, मैं उस पल को कोसती हूं जब तेरी नजर मुझ पर पड़ी कितनी खुश थी मै

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सिर्फ तुम

8 अगस्त 2023
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तुम खुश होते हो इसलिए मैं मुस्कराती रहती हूं,तुम मेरे संगीत हो तुम्हें देख मैं गुनगुनाती रहती हूं।वक्त कैसा भी हो तुम मेरे ही बनकर रहना,जाना नही रूठ कर मैं तुमको मनाती रहती हूं।अब सिर्फ़ एक ही तमन्ना

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ये कैसा इश्क तेरा

9 अगस्त 2023
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गलती हुई मुझसे सबसे बड़ी जो इश्क तुम्हारा पहचान ना सकी इतना ज्यादा इश्क तुम्हारा कभी कैसे मैं जान न सकी??इजहार तुम्हारा इनकार मेरा बस तुमने फूंक दिया चेहरा मेरातेजाब फेंककर चेहरे प

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याद मेरी होंगी

10 अगस्त 2023
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बात मोहब्बत की होगी तब तेरी मेरी ही होगी,खुशी थोडी अपने दिल में पर आंखें नम भी होगी।हर रंगों में रंग कर हमेशा खोए रहते हो अंबर में,हमारी मीठी-मीठी बातें क्या साथ हमेशा होगी।हंसना खेलना साथ-साथ लड़ना झ

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मिल रहे हैं...

13 अगस्त 2023
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बेखौफ हो तेरे किए वादे अब उधार मिल रहे है,तेरे इश्क में लिखे हुए शेरों के पग़ार मिल रहे है।मेरे प्यार के इजहार को तो तुमने ठुकरा दिया,प्रिये फिर क्यों तुम हमसे यूं हर बार मिल रहे है।देखो कैसे गुलाब भी

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बरसात

14 अगस्त 2023
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कैसे बरस रहा है ये बरसात का पानी है,बिजली कड़के नदियां सागर तूफानी है।झूम झूम गोपियों संग नृत्य करे श्याम, बंसी की धुन पर थिरके जिंदगानी हैं ।सावन में झूला झूले मोरनी बन नाचे,राधा झूल रही झूला हो

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रिश्ते

15 अगस्त 2023
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दर्द का बेहद अंबार हो गया,रिश्तो का जब कारोबार हो गया।मोहब्बत तो उनसे अथाह थी,नफरतों का भयंकर दीदार हो गया।रिश्तों का टूटना आम सा दिखता है,अपनेपन का अब देखो संसार हो गया।उनका इंतजार अब नही करते हैं,जि

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जिन्दगी

17 अगस्त 2023
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ये जिन्दगी मुश्किल कभी आसान लगती हैं,हर बार ये नए प्रश्नों से परेशान लगती हैं।जो लोग कल तक मेरे साथ रहा करते थेंवही रिश्तों में कोई बोझ अंजान लगती हैं।भूल गए हैं जब से अपने चलती राहों को,बीते हुए वक़्

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तेरी याद

17 अगस्त 2023
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जब भी यह पवन चलती है, तेरी याद दिलाकर निकलती है।इशारों में बाते करती हैं,जैसे मेरी तक़दीर बदलती है।प्रेम राहों पर नही मिलता हैं,ये दिल की दुकान पर मिलती है।दिल पर ये जो नाम तेरा हैं,वो तेरी याद आ

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तेरी जुदाई

19 अगस्त 2023
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तुमसे बहुत सी बातें करनी थी लेकिन कुछ भी बातें कर ना सके चुपचाप जाते हुए तुम्हें देखते रहेतेरी जुदाई के वो दिन हमें याद हैं......तेरे सारे खत आज भी संभाल रखे हैंवह सारे अल्फाज जैसे शांत पड़े

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उड़ान हौसलों की

19 अगस्त 2023
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वहां पहुँच कर क्या करनाजहां उड़ान हौसलों की न हो,यूँ ही व्यर्थ की बातों में तुमन अपना समय बर्बाद करो,आजाद करो उन ख्यालों सेजो आगे न तुम्हें बढ़ने देते हो,जो कहीं बढाते कदम हो तुमतो हर पल ही तुमको रोकें

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लम्हा

20 अगस्त 2023
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क्या अंधेरी जगमगाती भीगी सी रात है, चाँद और सितारों की कैसी मुलाकात है। रात में उजाला हैं और दिल में अंधेरा, सुनी सुनी सी अब लगती ये कायनात है। हर लम्हा ही अब हम तुम्हें याद करे, दिल के भीतर आ रही या

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नाराजगी

21 अगस्त 2023
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नाराजगी ठीक थी पर तुम क्रूरता दिखा गए,गिरगिट रंग बदलता है तुम अपना रंग बता गए।प्यार प्यार कहके तुम अब नफरत निभा गए,विश्वास क्यों इस तरह मेरा कुछ ऐसा तोड़ गए।मेरे इस प्यार पर इल्जाम क्यों तुम लगा गए,अब

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टूटे ख़्वाब

22 अगस्त 2023
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टूट न जाये कोई बन्धन ये शर्त ये लगाये बैठी हूं।कभी दर्द तो कभी खुशी को दबाये बैठी हूं।कितने वर्षों से लिऐ हुए हुं आंखों में ख़्वाब,न जाने दिल मे कितने कर्ज उनके चुकाये बैठी हूं,देख न ले कोई अब आंसुओ क

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छोटी सी बात है

24 अगस्त 2023
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बिना बोले बहुत कुछ बोल जाना छोटी सी बात है, तेरा पास आकर यूं दूर चले जाना छोटी सी बात है।कैसे कहे अब हम तो आज भी आपके वही दोस्त हैं, उन आंसुओं के साए में खामोश हुए छोटी सी बात है।तेरा पास आक

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क्यों करते हो

24 अगस्त 2023
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जो लम्हे गुजर गए उन्हें प्यार क्यों करते हो,उलझकर अपनी जिंदगी बेजार क्यों करते हो।धोखा देना ही सदैव जिनकी रही फितरत में, ऐसे लोगों पर अब ऐतबार ही क्यों करते हो।वक्त ने केवल अकेलापन ही दिया हैं हम

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मेरी कलम

28 अगस्त 2023
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सोच रही हूं टूटे दिल को लेकर क्या वो ख़्वाब लिखूंगी, कलम से आज डायरी में न जाने वो हिसाब लिखूंगी। सोचा मैंने लिख लेती हूं यादें बीते वक्त की अपनी, फिर देखा मुड़ कर जो पाया मैंने वो खिताब लि

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सुकून

29 अगस्त 2023
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सुखी रोटी के भी स्वाद से निवाला होता था,कच्चे मकानों की भी बसती मतवाला होता था।सुबह सूरज का उगना बड़ी रौनक सा था,अपनेपन का जैसे हर दिल में खेला होता था।गरीबी में भी मेहनत का खूब सुकून था,फिर क्यों ना अ

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खूबसूरत जिंदगी

29 अगस्त 2023
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चलो खुबसूरत जिन्दगी को जीते हैं,सब के साथ मिलकर चलते हैंइस सफर को आसान बनाते है,जलाकर खुद को रोशनी करते हैगम सह कर भी खुशियां बांटते हैं।सुख दुख के मौसम घड़ीभर के होते है नये फूल कल फिर डगर में ख

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क्यों??

29 अगस्त 2023
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मेरे इश्क का असर उन्हें नहीं हुआ, दिल टूटने का अफ़सोस नहीं हुआ। क्या मिला तुम्हें यह सब करके,अब दिल किसी काम का नहीं हुआ। हमने हर रुप में तुम्हें अपनाया,फिर हमसे क्यों इश्क नही हुआ।हर अ

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रक्षाबंधन

29 अगस्त 2023
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यह भाई बहन का रिश्ता बडा प्यारा हैयह ना बधां होता किसी डोर से हैयह दिल से दिल का रिश्ता हैमन को उमंग से भरने का किस्सा हैना इसमें कोई छोटा बड़ा हैयह दोस्ती का एक रिश्ता हैहां इसमें नोकझोंक भी हो

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तूफ़ान

30 अगस्त 2023
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अंधेरे रास्ते और चारों ओर तूफ़ान घनघोर हैं,दीवारें टुट गई और दरवाजे भी हैं कमज़ोर हैं।इन बुझते दिये को देख मन घबराता बहुत हैं,मेरे टूटते दिल की आवाजों का बहुत जोर हैं।कांटे भरे राह पर चलना कोई मुश्किल

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खामोश

31 अगस्त 2023
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अब ये किस्सा पुराना हो गया है,तुम से बिछड़े ज़माना हो गया है। तुम्हें याद करके हम बहुत रोते हैं,तेरे मोहल्ले में आना जाना हो गया है।खामोश सी धड़कन ज़िंदा तो है, उसका इश्क अब बेईमाना हो गया ह

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किस्मत

1 सितम्बर 2023
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अपनों से ही अपनों को बगावत करते देखते है,किस्मत के खेल में सपनों को टूटते देखते है।तितलियां उड़ती है इन बाहरो के गुलशन में।इन हवाओं को भी गुलशन में महकते देखते है।इश्क की कसक लिए विश्वास भी टूट

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सफर

2 सितम्बर 2023
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हमने अपने सपनों को पल पल तड़पते देखा है,तेरी यादो में इस दिल को पल पल जलते देखा है।हमारे हर सफर की मंजिल में साथ तुम ही हो,उन राहों पर भी हरपल तुम्हें याद आते देखा है।कभी न खत्म होगा तेरे लिए मेरा इंत

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गुलशन

4 सितम्बर 2023
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बागों को पता है कि फूल गुलशन में ही खिले हैंसबको पता है की जिन्दगी के क्या सिलसिले हैं।दिल हमारा देखो ये भी तक कोई इंतिहा तो हैं,जाने कितनी नदियां तक ये सागर से जा मिले हैं।मौसम को पता है बारिश का आना

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खुद

4 सितम्बर 2023
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आईने से जरा पर्दा कर के देखते हैं, ख़ुद को इतना तन्हा कर के देखते हैं।दीवारों को छोटा करना नामुमकिन है,अपने क़द को ऊँचा कर के देखते हैं।दरिया ने भी नीर नही दिया प्यासों को,दरिया को भी प्यासा कर क

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सफर

5 सितम्बर 2023
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सफ़र में चलते जब भी हम भी गिरने लगे, रास्ते सारे जिन्दगी के जाने पहचाने लगे।उन्होंने भी जीने मरने की कसमें खाई थी,वक्त रहे उनके असली चेहरे नज़र आने लगे।वह वार करने के इंतजार में ही बैठा था,करीब उ

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पहेली

5 सितम्बर 2023
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हर बार जो देखूं हर बार नया लगती है,वो जादूगर हैं कोई जादू सा करती है।खिलती हैं बागों में कली बनकर हर बार,गुलशन में बाहर और आंखों में मस्ती है।कोई पहेली बनकर उलझ सी जाती हैं,बहते हुए जल में जैसे दरिया

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श्री कृष्ण

6 सितम्बर 2023
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मिलता है सच्चा सुख केवल कृष्ण तुम्हारे चरणों में, यह विनती है पलपल छिन छिनरहे ध्यान तुम्हारे चरणों में, मिलता है सच्चा सुख केवल कृष्ण तुम्हारे चरणों में,चाहे संकट ने आ घेरा हो&nbsp

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मेरा हाल

6 सितम्बर 2023
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मेरा हाल पूछकर करते क्यों ये सवाल है, मैं अभी भी जिंदा क्यों हूँ बस मलाल यही है।अच्छे से जानते है मुखौटा कौन पहना है,आता हमको बार बार बस यही ख्याल हैं। वक्त के साथ तुम कितने बदल गए हैं,अफसो

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शब्द

7 सितम्बर 2023
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जिंदगी बहुत शोर मचाती है,अनकहे शब्दों से मिलाती हैं।कभी चलती कभी रुकती हैं,शब्दों की कीमत चुकाती है।मेरे अल्फाज़ भी कुछ लिखते है,अपनी ही कलम को चलाती है।लेखन इन शब्दों का अजब है,खुद से ही हर बात

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महावारी में

7 सितम्बर 2023
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समाज में पूर्वजों से चली आ रही एक रीती रिवाज़ में, क्यों अपवित्र माना जाता है महिलाओं को महावारी में।उस नारी की शक्ति झोंक दी जाती है इन दिनों में, अशुद्ध कहकर आस्था तक रोक दी जाती है

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अकेले

7 सितम्बर 2023
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ख्वाब से अब मैं धीरे धीरे जागने लगी हूं,जिंदगी को पहले से बेहतर समझने लगी हूँ।कभी उड़ती थी शायद तितली बन हवा में,न जानें अब जमीन पर पैदल चलने लगी हूँ।तेरे इश्क की अब हमको जरुरत नहीं है,जब से तुम्हारें

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जादूगर

7 सितम्बर 2023
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जब भी उसे देखूं तो नया लगता है,वो जादूगर कोई जादू सा करता है।हर मौसम में रंगो सा खिला रहता,वह तो हर पल हर रंग में जंचता है।कुछ तो बातें हैं उसकी अदाओं में,जब जब वो मेरी आंखों में बसता है।खुश होती हुं

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क्यों नही

7 सितम्बर 2023
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जब तुमसे गुस्सा होती थी तो मनाते क्यों नहीं थे,अपने पास बुलाकर सीने से लगाते क्यूँ नही थे।तुम्हें पकड कर तेरा हाल पुछूंगी मैं तुमसे हमेशा,हक अपनेपन का मुझ पर तुम जताते क्यूँ नही थे।तुम तो बस यही

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हिंदी दिवस

13 सितम्बर 2023
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अपनों में अपनों से तिरस्कृत, इसी व्यथा में जीती हिंदी भाषा पुरातनों से मिली तू स्वर्ण धरोहर,छोड़ तुझे अपनाएं पीतल और कासा पाठ्यक्रमों में भी खूब पढ़ाए, अंग्रेजी जिंगल बेल पहेली&nbs

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जीवन

14 सितम्बर 2023
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कभी हँसना है कभी रोना है,बस यही जीवन का तराना है। जीवन सबका बहुत मूल्य है,पर तुम्हें खुद को नहीं खोना है।आँखे नम है चमक इनमे कम है,फिर भी निरंतर बढ़ते ही जाना है।पैसा शोहरत केवल एक तमाशा है ,अपने

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किरदार

14 सितम्बर 2023
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मन जब मेरा कर्षित हुआ,अश्रु बहकर प्लावित हुआ।मैं कविता तुम मेरे कवि हो, कलम से लिख संचित हुआ।हमने किरदार निभाए हैं, ये नाटक खुद मंचित हुआ।मुझ से तुम और तुम से मैं,दिल हमारा विस्तृत हुआ।प्रेम

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सफरनुमा जिन्दगी

14 सितम्बर 2023
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यह कैसा दौर है सफर का अब मिले भी या ना मिले , एक अनजान सफर में चलने की गुजारिश सी हो गयी।देखो यहां कौन किसके लिए रुका है इस जहां में , आगे बढ़ते रहने की फितरत भी अब जुनून सी हो गयी।सपन

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सफर

14 सितम्बर 2023
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तुम हिम्मत करते क्यों नहीं,सफर अकेले कटते क्यों नहीं।उजालों की अपनी मर्जी होती,अंधेरों से दिल डरते क्यों नहीं।मिलो चहरे पर मुस्कान लिए,दो घड़ी में दिल भरते क्यों नहीं।जिंदगी की कांटों भरी राहों

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पिता

14 सितम्बर 2023
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रोज़ आँखों में वो नया गम छिपाते हैंपिता इन दिनों जरा कम सो पाते हैं. रखते हैं खुशियां सबकी ख्वाहिशों का,अपने लिए ही कपड़े कम सिलवाते हैं।फोन पर बात करते ब्याही बिटिया से व्यस्त हूं बोल आंसू

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मेरे शब्द

14 सितम्बर 2023
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ये फिजओ देखो आज मेरी डायरी के पन्ने भी बोल रहे हैं,जो हमेशा से दबकर रहते है वो अक्षर भी मुँह खोल रहे हैं।है जितने भी दर्द तेरे, तूम हर इक दर्द मुझमें ही लिख दो, फिर मेरी इन डायरी के सारे पन

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नजअंदाज

14 सितम्बर 2023
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अपने चेहरे के पीछे वो हमेशा कातिलाना अंदाज रखते हैं बड़े जालिम वो, बेहिसाब मोहब्बत को नजअंदाज करते हैं। आंखों से देखती हरपल उनकी नजरें हमे दीवाना करती है, हम भी उन्हें देख देख शर्मा कर इश्क का आग

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सुनहरी शाम

14 सितम्बर 2023
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ये मंज़र है उन अदाओं के बहती हुई हैं सुनहरी शाम, अरे ओ दिल मेरे तू चल मोहब्बत की हैं ये सुनहरी शाम।ये अपनी जिंदगी मेरे सनम तुम्हारी ही पनाहो में हैं, यूं क

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आजाद सोच

14 सितम्बर 2023
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वहां पहुँच कर क्या करनाजहाँ लगते न हो हम ऊँचें,यूँ ही व्यर्थ की बातों में तुमन अपना समय बर्बाद करोआजाद करो उन ख्यालों सेजो आगे न तुम्हें बढ़ने देतेजो कहीं बढाते कदम हो तुमतो हर पल ही तुमको रोकेंमत डरो

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सपना

14 सितम्बर 2023
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शम्मा नहीं पिघलती इसमें परवानों की क्या खता है,ज़ुनून है मुहब्बत को पाने की फिर महफ़िल से लापता है।मुहब्बत मुहब्बत ही रहे अब ये तो सवाल पुख्ता हैं, इसे कोई कुछ भी इल्ज़ाम न दो मेरे रब का वास्ता है।

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तेरे बिन

14 सितम्बर 2023
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जिंदगी अब मेरी भी मुस्कुराएगी,अपनी किस्मत से गुल खिलायेगी।तन्हांई में ही जीते मरते हैं तुम्हारी,हमारी चाहत कभी निखर जायेगी।अड़चन बहुत हैं इश्क की राह में,काँटो की यह दीवार गिर जायेगी।तुम ही मेरे सब कु

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तलाश

14 सितम्बर 2023
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तलाश करोगे तो कोई मिल जाएगा,मगर हमारी तरह कौन तुम्हें चाहेगा।मानते हैं तुम्हें हर कोई प्यार से देखता,मगर वो आँखें हमारी कहाँ से लाएगा।न जाने कब तेरे दिल पर दस्तक हो,दिल का कमरा ख़ाली है तो कोई आएगा।मै

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अंदाज

14 सितम्बर 2023
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अपने किस्मत का आगाज अलग रखते हैं,अपने जीने का तो अंदाज अलग रखते हैं।हमेशा हम सत्य के मार्ग पर चलते रहते हैं।अपनी बातें करने का राज अलग रखते हैंबताए कैसे कि वो पल बहुत याद आते है,अपनो के दिए घाव के स

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थकान

14 सितम्बर 2023
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अपने ही ग़म से गुज़रती हूँ,कभी जीती तो कभी मरती हूँचलना और फिर रुक जाना,डूबकर फिर से उभरती हूँ।दिल में दर्द को छिपाए हुए,खुद से ही जंग लड़ती हूँ।थक चुकी हुं हर दर्द से अब,अपनी ही परछाई से डरती ह

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सिर्फ तुम ही हो

14 सितम्बर 2023
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बहुत से ख्वाब हैं तुम उन में से एक ही हो,प्रेम सा ख्याल हैं तुम उन में से एक ही हो।खुशियां तेरे पास में ही आ कर मिलती है, दिल की बात हैं तुम उन में से एक ही हो।मेरी कलम से तुझे पर सारी गज़ल लिख

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बेपनाह प्यार

14 सितम्बर 2023
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वो ख़ूबसूरत लम्हा का दीदार तो हुआ होगा, अपने घुटनों पर बैठ कर इजहार तो हुआ होगा। झूठा या सच्चा ये प्यार तो बाद की बात है, उसकी गलतियों से भी कुछ प्यार तो हुआ होगा। ख़्वाबों में सिर्फ उसे देखने की चाह

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तेरी खुशी

14 सितम्बर 2023
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तेरी खुशी के लिये खुद को तुझसे जुदा कर दिया,हमने तो मोहब्बत में तुझ को ही खुदा कर दिया।अब तो फ़रिश्ते भी मेरे घर का पता पूछतें हैं,कि कौन है जिसने इश्क़ को ही सदा कर दिया।तेरे दिये ज़ख्म भी तो तुझसे प

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इल्ज़ाम

14 सितम्बर 2023
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तूझे कैसे हमने इस दुनिया से छुपा रखा है, तेरे लिए हमने खुद को ही संभाल रखा है।क्या मेरा पैगाम पहुंचेगा तुम्हारी आंखों में नजर अंदाज करने का जो पर्दा डाल रखा है।कभी अपने वादों को तुमने पुरा

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अभिमान

20 सितम्बर 2023
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जिसे लोग चांद तारों में देखते तू वही विज्ञान है क्या,मिलती रही फिर भी हार जिसे वही अभिमान है क्या?यहां कानून न्यायधीश सब तुम्हारे ही इशारे पर चलते,वही कानून जो कुछ भी न देखे उसकी पहचान है क्या?इस पुरी

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बेटियां

24 सितम्बर 2023
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कभी अपने आप में शून्य नजर आती है बेटियां !कभी अपने आप को भीड़ में पाती है बेटियां!कभी किसी गिरे को संभालती है बेटियां!कभी किसी टूटी पतंग सी खुद गिर जाती है बेटियां!कभी अपने आप को बोझ सा पाती है बेटिया

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महफ़िल

4 अक्टूबर 2023
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हम तो तेरे महफिल में यूँ ही चले आये थे तुझसे मिलने की मगर अदब से चाह तो थी हम क्या थे कैसे थे मुझे तो नहीं था पता शायद तुम्हें थी खबर हम खुशनसीबों में थे जिन्हें तुम्हारी मिली नज़र ना अपना कोई क

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शैतान मन

6 अक्टूबर 2023
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शैतान मन चुलबुल सा मेरा हरदम रहता है पागल सा वोउड़ता बादलों में परियों सा वोरहता नींदों में ख्वाबों सा वोबाते करता है अंजान सा वो....शैतान मन चुलबुल सा मेरा कभी कहता कोई किस्सा वोकभी गुनगुनात

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सिर्फ तुम

25 नवम्बर 2023
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सुनो....कुल पल कुछ वक्त मांगती हूं तुम्हारा, और इससे ज्यादा कुछ नहीं मांगती हूं।कुछ प्यार के लम्हें मेरे संग बिताओ,इससे ज्यादा, क्या सारा जग मांगती हूं।महंगे-महंगे तोहफे नहीं चाहिए मुझे,रूठना, मा

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श्री राम

22 जनवरी 2024
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श्री राम नाम का महत्व है क्या, हर संघर्ष में राम-रामत्व है क्या,कभी अगर तुम संकट में फंस जाओ,एक बार रामचरितमानस पढ़ जाओ।श्री राम नाम रघुराई है। हमारे जीवन की यही दवाई है। सारे महामंत्र

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दस्तक

15 अक्टूबर 2024
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तू कभी दस्तक दे तेरी राह तकने की आदत हो गयी, लगता जैसे समुद्र को भी किनारे से मुहब्बत हो गयी।चारों तरफ केवल पतझड़ ही पतझड़ नज़र आता हैं,फूल को कैसे अब भला इन काँटों की चाहत हो गयी।इश्क की ध

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