shabd-logo
Shabd Book - Shabd.in

बात माशूक से।

Sundeiip Sharma

2 अध्याय
0 व्यक्ति ने लाइब्रेरी में जोड़ा
0 पाठक
निःशुल्क

यहा हम ग़ज़ल कहेंगे, चूक भी गए जो नियम बंधन से, महबूबसे बात,तो भी करेगे।। =/= पूछते है,वो ये ग़ज़ल क्या है, महबूब से बात का इक जरिया है।। =/= संदीप शर्मा।। 

baat mashuk se

0.0(0)

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए