दुनिया भर में एलगी की एक हजार से ज्यादा प्रजातियां हैं। लेकिन उनमें से सिर्फ एक ही प्रजाति ऐसी है जो खाई जाती है और यह पौष्टिक गुणों से भरपूर है इसका नाम है स्पीरूलिना जिसे कुछ लोग ब्लू ग्रीन एलगी के नाम से भी जानते हैं ।
प्राचीनकाल से ही लोग इसका औषधि व पूरक आहार के रूप में इस्तेमाल करते आ रहे हैं। नए दौर में भी इस पर वर्षों से अनुसंधान हो रहे हैं। कुपोषण व अनेक खतरनाक व जानलेवा बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर इसका परीक्षण किया गया तो नतीजे काफी सकारात्मक निकले।
कुछ रिसर्च में पाया गया कि 1 किलोग्राम स्पीरूलीना में 4 किलोग्राम फलों और सब्जियों के बराबर पोषण मौजूद होता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन यानी विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे सुपर फूड की श्रेणी में रखते हुए विकासशील देशों में कुपोषण की समस्या को खत्म करने के लिए बच्चों को Spirulina खिलाने की बात कही है।