सभी सुखी पति ग़ज़नी के आमिर खान की तरह होते है,
बीवी की सुनते हैं,
समझते हैं, और,
15 मिनट बाद सब भूल जाते हैं ….
21 अप्रैल 2015
तभी तो सुखी होते हैं .क्योंकि उनके जीवन का मूल मन्त्र होता है -चिंता तो हरिनाम की और न चिंता दास ,जे कुछ चितवे राम बिन सोई काल के पास .
21 अप्रैल 2015