shabd-logo

common.aboutWriter

कहते हैं ये जीवन अनेकों रंगों से भरा है संसार में सभी की इच्छा होती है इन रंगों को अपने में समेट लेने की मेरी भी रही और मैंने बचपन से आज तक अपने जीवन में अनेकों रंगों का आवागमन देखा और उन्हें महसूस भी किया .सुख दुःख से भरे ये रंग मेरे जीवन में हमेशा ही बहुत महत्वपूर्ण रहे .एक अधिवक्ता बनी और केवल इसलिए कि अन्याय का सामना करूँ और दूसरों की भी मदद करूँ .आज समाज में एक बहस छिड़ी है नारी सशक्तिकरण की और मैं एक नारी हूँ और जानती हूँ कि नारी ने बहुत कुछ सहा है और वो सह भी सकती है क्योंकि उसे भगवान ने बनाया ही सहनशीलता की मूर्ति है किन्तु ऐसा नहीं है कि केवल नारी ही सहनशील होती है मैं जानती हूँ कि बहुत से पुरुष भी सहनशील होते हैं और वे भी बहुत से नारी अत्याचार सहते हैं इसलिए मैं न नारीवादी हूँ और न पुरुषवादी क्योंकि मैंने देखा है कि जहाँ जिसका दांव लग जाता है वह दूसरे को दबा डालता है.

common.awards_and_certificates

prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-07-30
prize-icon
दैनिक लेखन प्रतियोगिता2022-07-27

common.books_of

AdvocateShalini2

AdvocateShalini2

शालिनी कौशिक एडवोकेट को लेखन से आत्मसंतुष्टि मिलती है और ये पेज इस भाव को ही अभिव्यक्त करता है.

9 common.readCount
32 common.articles

निःशुल्क

AdvocateShalini2

AdvocateShalini2

शालिनी कौशिक एडवोकेट को लेखन से आत्मसंतुष्टि मिलती है और ये पेज इस भाव को ही अभिव्यक्त करता है.

9 common.readCount
32 common.articles

निःशुल्क

shalinikaushik

shalinikaushik

1 common.readCount
101 common.articles

निःशुल्क

निःशुल्क

shalinikaushik2

shalinikaushik2

नित नयी घटनाएँ मन को झकझोरती हैं और मानव प्रकृति कुछ न कुछ अभिव्यक्त करने को प्रेरित करती है बस इसी में दिखता है ''कौशल '' घटनाओं पर विरोध जताने की भावना में और मन में निरंतर उठती भावनाओं को अभिव्यक्त करने में .

0 common.readCount
8 common.articles

निःशुल्क

shalinikaushik2

shalinikaushik2

नित नयी घटनाएँ मन को झकझोरती हैं और मानव प्रकृति कुछ न कुछ अभिव्यक्त करने को प्रेरित करती है बस इसी में दिखता है ''कौशल '' घटनाओं पर विरोध जताने की भावना में और मन में निरंतर उठती भावनाओं को अभिव्यक्त करने में .

0 common.readCount
8 common.articles

निःशुल्क

common.kelekh

मार पति को और तब भी ले ले भरण पोषण

15 अगस्त 2022
0
0

पति द्वारा क्रूरता से तो सभी वाकिफ हैं और उसके परिणाम में पति को सजा ही सजा मिलती है किन्तु आनंद में तो पत्नी है जो क्रूरता भी करती है तो भी सजा की भागी नहीं होती उसकी सजा मात्र इतनी कि उसके पति

फ़लक पर आज फहराए

14 अगस्त 2022
1
0

तिरंगा शान है अपनी ,फ़लक पर आज फहराए , फतह की ये है निशानी ,फ़लक पर आज फहराए . ............................................... रहे महफूज़ अपना देश ,साये में सदा इसके , मुस्तकिल पाए बुलंदी फ़लक

लड्डू नहीं है शादी

13 अगस्त 2022
0
0

  ''शादी करके फंस गया यार ,     अच्छा खासा था कुंवारा .'' भले ही इस गाने को सुनकर हंसी आये किन्तु ये पंक्तियाँ आदमी की उस व्यथा का चित्रण करने को पर्याप्त हैं जो उसे शादी के बाद मिलती है .आज तक सभी

राखी - एक भावना

12 अगस्त 2022
0
0

राखी एक भावना भाई - बहन के प्यार की बचपन के दुलार की बहन बांधेगी एक धागा मीठा खिलायेगी और भाई बहन को देगा उपहार जिसमें छिपा होगा उसका प्यार बचपन में बस इतना ही है राखी का त्योहार अब

अधिवक्ता सुरक्षा कानून

11 अगस्त 2022
1
0

वकीलों की सुरक्षा के लिए बार काउंसिल ऑफ इंडिया प्रतिबद्ध है और इसीलिए अधिवक्ता सुरक्षा कानून के ड्राफ़्ट को बीसीआई ने मंजूरी दे दी है. बीसीआई ने इस ऐक्ट का प्रारूप तैयार कर सभी राज्यों की बा

मुस्लिम विधि और महिला

10 अगस्त 2022
0
0

विधि भारती -शोध पत्रिका में प्रकाशित भारतीय संविधान की राजभाषा हिंदी है और देश में हिंदी भाषी राज्यों या क्षेत्रों की बहुलता है भारत में निम्न राज्य हिंदी भाषी क्षेत्रों में आते हैं -बिहार ,छत्तीसग

सियासत के काफिले

8 अगस्त 2022
1
0

हमको बुला रहे हैं सियासत के काफिले , सबको लुभा रहे हैं सियासत के काफिले . ..................................................... तशरीफ़ आवरी है घडी इंतखाब की, दिल को भुना रहे हैं सियासत के काफ

अधिवक्ता समुदाय एक बार फिर सर्वोच्च शिखर पर

7 अगस्त 2022
0
0

    6 अगस्त 2022 को देश के 14 वें उपराष्ट्रपति के रूप में जगदीप धनखड़ जी का चयन मात्र एक राजनीतिज्ञ, एक किसान पुत्र की ही जीत नहीं है बल्कि यह एक बार फिर अधिवक्ता समुदाय का भारतीय राजनीति मे

हर पुरुष मन.....

6 अगस्त 2022
1
0

अधिकार  सार्वभौमिक सत्ता  सर्वत्र प्रभुत्व  सदा विजय  सबके द्वारा अनुमोदन  मेरी अधीनता  सब हो मात्र मेरा  कर्तव्य  गुलामी  दायित्व ही दायित्व  झुका शीश  हो मात्र तुम्हारा  मेरे हर अध

योगी जी कैराना में स्थापित करें जनपद न्यायालय शामली

5 अगस्त 2022
0
0

       2011 में 28 सितंबर को शामली जिले का सृजन किया गया. तब उसमें केवल शामली और कैराना तहसील शामिल थी. इससे पहले शामली और कैराना तहसील मुजफ्फरनगर जनपद के अंतर्गत आती थी. कुछ समय बाद शामली जिले

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए