मुझे हिन्दू होने पर गर्व है।
निःशुल्क
भारत का रहने वाला हूं।
मन विपरीत लिंग की तरफ़ भटकता रहता है।चाहे प्यार कहलो या वासना।।
अनपढ लोगो की वजह से ही हमारी मातृभाषा बची हुई हैं,वरना पढे हुए कुछ लोग तो राम राम बोलने में भी शरमाते हैं ।।#जय_श्रीराम
भगवान जी कितने दयालु हैँ ।ऊन्होने हमेँ अपने ही जैसा मानव रूप दिया।।
राम राम जी।
हमारी समझ तो जय श्री राम तक ही है।
शुभप्रभात।
जय श्री राम।
जब वो ख़ुशियाँ बांट रहा था।तब मैं आचल ङूङ रहा था।काश कुछ ख़ुशियाँ अपने हाथों मे ले पाता।