"कारवा चौथ"
करवा चौथ, आज बीतें बरस, पिया! तेरे इंतजार में। मन पुलकित, पल छिन, देखुंगा आज तुम्हें, चांद के रूप में! संजी-संवरी, पिया! सोलह श्रृंगार किया, रहूंगी तेरे लिये आज मै, निर्जला, उपवास मैं, तेरे लिये! है कामना कि रहे दीर्घायु, रहे हमेशा तेरा साथ, जन्मों-जन्म, यही आशा कर रही। सूर्य प्र