हिंदी …. हमारा स्वाभिमान!हिंदी , हमारी भाषा है , मात्र एक भाषा नहीं ,आधुनिकता के बहाव में हम आगे बढे जाते हैं ,अपनी ही भाषा के लिए हम ,आज भी एक दिन मनाते हैं। यह माँ है , बहुत उदार है , सबको अपनाती है ,फिर , आज अपने ही बच्चों से क्यों छली जाती है ?हिंदी केवल हिंदी शिक्षकों की ही भाषा नहीं है ,यह सबक