भारत की विदेश नीति में गांधी वाद की समाप्ति डॉ शोभा भारद्वाज भारत सरकारपाकिस्तान को विभाजन समझौते के अनुसार 55 करोड़ रु० अभी नहींदेना चाहती थी क्योंकि सरदार पटेल जैसे नेताओं को भय था पाकिस्तान इस धन का उपयोगभारत के खिलाफ जंग छेड़ने में करेगा. गांधी जी ने आमरण अनशन आरम्भ कर दिया पाकिस्तान की हरकत पर
अब सुन लो हमारी।देश-विदेश में फैली कोरोना महामारी।आसाम-बिहार में बाढ़ की महामारी।उत्तरप्रदेश में इनकाउंटर की महामारी।राजस्थान में राजनीति की महामारी।मध्यप्रदेश में बन गई सरकार हमारी।भारत के बाकी राज्य दबासँकोच की जिंदगी में।पाकिस्तान नेपाल चीन बन गए दुश्मन हमारे। हो जिसमें दम, वह खरीद ले सरकारी संपत्
वृद्धाश्रम.....पहले तो होते नहीं थे क्यूंकि पहले के वृद्ध खुद को वृद्ध समझते थे। आज के वृद्ध पहले जैसे नहीं रहे।पहले वृद्ध अपने नाती पोतों में व्यस्त होते थे।आज के बुजुर्ग फोन टीवी और लैपटॉप में।बदलाव आया है सबमें पहले के बुजुरगों को बच्चो की हर एक्टिविटी से मतलब होता था आज के बुज़ुर्ग को सिर्फ फोन
हिंदी …. हमारा स्वाभिमान!हिंदी , हमारी भाषा है , मात्र एक भाषा नहीं ,आधुनिकता के बहाव में हम आगे बढे जाते हैं ,अपनी ही भाषा के लिए हम ,आज भी एक दिन मनाते हैं। यह माँ है , बहुत उदार है , सबको अपनाती है ,फिर , आज अपने ही बच्चों से क्यों छली जाती है ?हिंदी केवल हिंदी शिक्षकों की ही भाषा नहीं है ,यह सबक