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नशे के लिखाफ एक अवाज मोदी जी
एक बार कहने से देश बंद ,कहने से नोट बंद कहिए ना मोदी जी शराब बंद ।कई दिन हो गए है बाप ने सर पर हाथ नहीं फेरा है माँ के लभपर मुस्कान नहींकहिए ना मोदी जी शराब बंदआँखों मे चम्मक,चेहरे पर मुस्का
ए मेरे ज़ख्म तु ठिक ना होना तेरे आने से मेने किसी को याद किया हुं  
लोग कहते है उम्र हि क्या है हम ने कहा मेरी उम्र मे आओ तो जानो &nbs
हम समझ ना सके हर हर अर्थ मे तर्क था