जंगल में जवानों की मौत का ताण्डव कबतक?सवाल यही है कि हमारे जंगलों में हमारेजवानों का खून बहने का सिलसिला आखिर कब खत्म होगा? नक्सली समस्या शुरू होने के बाद से जवानो और कई बडे नेताओं सहित कितनेही लोगों का खून बह चुका है कि यह अगर सूख नहीं जाता तो एक नदी का रूप ले सकता था:यह सब जानते हुए भी खून बहन