मै एक रचनाकार हू ,रचनाए लिखता हु ,गीत लिखता हु ,साथ ही साथ जीविका के लिए टेक्सटाइल में जॉब भी करता हू .
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किस्मत उछालकूद मचाती किस्मत उछलकूद मचाती बच्चे से बनकर रुलाती कभी हंसाती खुद में ही हसकर ! ले आए कभी आकाश मुठ्ठी में पकड़ नीदो में करती फिरे कितनी ये बड़बड़ . नए से ख्वाब देखे रोज जो हो पुराने ना जाने कहां से लाए एक से एक बहाने . कौन समझे इसे ये तो नादानी का पुलिंदा इसी की परवरिश में तो हर इंसा
जिंदगी का साथ जिंदगी का साथ देते जाओ जिंदगी को हसी बनाओ ! माना मुश्किलें है भी बहुत साँसे भी कभी जाती है रूठ ! मीठे से गीत गुनगुनाओ थोड़ा झुनझुना तो बजाओ ! नींद में देखो बड़े ख्वाब मिल जाएंगे हर एक जवाब ! यु ही चलते जाओ हर डगर न करो कभी अगर मगर ! रिश्ता हर एक निभाओ दिल को हर बाजी जिताओ ! दौड़ चलो पान