जब वरिष्ठ नागरिकों के लिए निवेश विकल्पों की बात आती है, तो पूंजी की सुरक्षा और नियमित आय दो मुख्य मानदंड है जो कि सामने आते हैं। साथ ही, किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त धन जमा करने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे प्रभावी निवेश विकल्प वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस), प्रधान मंत्री व्यय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई), फिक्स्ड डिपॉज़िट (एफडी) और इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस) हैं।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (एससीएसएस)
यह योजना सबसे लोकप्रिय योजना है क्योंकि यह केंद्र सरकार द्वारा संचालित की जाती है और निश्चित आय योजना के बीच उचित रूप से उच्च रिटर्न प्रदान करती है। वरिष्ठ नागरिक योजना में रु.15 लाख रुपये तक की राशि का निवेश पांच साल की अवधि तक के लिए कर सकते है। योजना को तीन साल की परिपक्वता अवधि के बाद आगे तीन साल की अवधि के लिए और बढ़ाया जा सकता है। इस योजना की वर्तमान ब्याज दर सालाना 8.7 प्रतिशत है। जमा से समयपूर्व निकासी के अनुमति केवल एक वर्ष के बाद और जमा राशि के 1.5% की पेनल्टी के साथ दी जाती है। यदि वापसी दो साल के बाद की जाती है, तो पेनल्टी जमा राशि की 1% है।
इस योजना के तीन अद्वितीय लाभ हैं - सबसे पहला, पूंजी की सुरक्षा, सॉवरेन गारंटी के कारण जोखिम मुक्त निवेश होना; दूसरा - नियमित आय और तीसरा - अन्य आय निवेश के बीच निश्चित उच्च ब्याज दर। हालांकि, आपातकालीन निधि की आवश्यकता पूरी करने के बिंदु पर यह औरों से कमतर है। एक साल तक, वापसी की अनुमति नहीं है, और एक साल बाद भी यह जुर्माने के साथ है। इसके अलावा, एक आपातकालीन निधि के रूप में इस निवेश का उपयोग करना भी फायदेमंद नहीं है, क्योंकि यह एक बार आपातकाल स्थिति के कारण फंड के समाप्त होने के बाद यह नियमित आय के स्रोत को बंद कर देता है।
प्रधान मंत्री व्यय वंदना योजना (पीएमवीवीवाई)
यह योजना केंद्र सरकार द्वारा भी लॉन्च की जाती है, और भारतीय जीवन निगम (एलआईसी) के माध्यम से संचालित की जाती है। एससीएसएस की तरह ही आप रु. 15 लाख रूपए तक प्रति वरिष्ठ नागरिक निवेश कर सकते है। आपके पास मासिक, तिमाही, अर्धवार्षिक या वार्षिक ब्याज भुगतान जैसे चयनित अंतराल पर नियमित ब्याज आय अर्जित करने का विकल्प होता ह।इस योजना का कार्यकाल दस साल है, और आपको इस योजना के तहत 8 प्रतिशत की वार्षिक गारंटीड रिटर्न मिलेगी। एससीएसएस की तरह, इस योजना की सबसे बड़ी खामी आपात स्थिति के मामले में लिक्विडिटी नहीं होना है। इसलिए, इस तरह की एक योजना के साथ, आपको अपनी आपातकालीन आवश्यकता को पूरा करने के लिए फिक्स्ड डिपॉज़िट का चयन करना चाहिए।
फिक्स्ड डिपॉज़िट (एफडी)
फिक्स्ड डिपॉज़िट वरिष्ठ नागरिकों के लिए सबसे बहुमुखी निवेश विकल्प है। यह आपको एक निश्चित और नियमित ब्याज आय प्रदान करता है। बैंक और एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियां) विभिन्न अवधि और ब्याज दरों के साथ एफडी की पेशकश कर रही हैं। कई एनबीएफसी जैसे की बजाज फाइनेंस को AAA ग्रेड के साथ रेट किया गया हैं, जो सुरक्षा के उच्चतम स्तर को इंगित करती हैं। इसके अलावा, इनके द्वारा प्रस्तावित ब्याज दरें बैंकों की एफडी दरों से अधिक हैं।
प्रत्येक वरिष्ठ नागरिक के पास पेंशन योजना के अतिरिक्त फिक्स्ड डिपॉज़िट होना ही चाहिए। कारण सरल हैं: एफडी आपको आपातकालीन निधि प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त, पूंजी और नियमित आय की सुरक्षा जैसे सभी लाभ एफडी में शामिल हैं। उच्च ब्याज दर के साथ उच्चतम रेटेड एफडी के के लिए, आप एनबीएफसी जैसे की बजाज फाइनेंस के साथ एफडी खोलने पर विचार कर सकते हैं।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ईएलएसएस)
यह साबित हो चुका है कि लंबे समय के लिए निवेश के रूप में इक्विटी को कोई भी नहीं हरा सकता है। हालांकि इक्विटी रिटर्न कम समय में उतार-चढ़ाव करता है, लेकिन इसमें निश्चित आय उपकरणों की तुलना में अधिक रिटर्न उत्पन्न करने की शक्ति है। एक वरिष्ठ नागरिक के लिए मुद्रास्फीति दबाव को हराने के लिए ईएलएसएस में अपने पोर्टफोलियो के एक छोटे से हिस्से का निवेश करना महत्वपूर्ण है। वापसी कर मुक्त है, और निवेश को धारा 80 सी के तहत आयकर छूट के लिए अर्हता भी प्राप्त है। निवेश में तीन साल की लॉक-इन अवधि है, जिसके बाद आप कभी भी अपना पैसा वापस ले सकते हैं, जो की पूरी तरह से कर मुक्त है।
संक्षेप में, वरिष्ठ नागरिकों को उपरोक्त सभी चार विकल्पों को मिलाकर पोर्टफोलियो बनाना चाहिए। प्रत्येक विकल्प आपके सुनहरे वर्षों में एक अनूठा उद्देश्य प्रदान करेगा। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना आपको नियमित आय देगी, जबकि फिक्स्ड डिपॉज़िट आपकी आपातकालीन निधि के रूप में कार्य करेगी। ईएलएसएस में छोटा सा हिस्सा आपको मुद्रास्फीति को हराने के लिए उच्च रिटर्न अर्जित करने में मदद करेगा।