करुण पत्र
प्रधानमंत्रीजी के नाम एक दुखियारी भैंस का खुला ख़त -प्रधानमंत्रीजी,सबसे पहले तो मैं यह स्पष्ट कर दूं कि मैं ना आज़म खां की भैंस हूं और ना लालू यादव की!ना मैं कभी रामपुर गयी, ना पटना! मेरा उनकी भैंसों से दूर-दूर का नाता नहीं।यह सब मैं इसलिये बता रही हूं कि कहीं आप मुझे विरोधी पक्ष की भैंस न समझे लें।