श्री तपती यश चन्द्रीका माँ सूर्यपुत्री ताप्ती महीमा
।। श्री शनिदेव स्तुति।।
जय सूर्यपुत्र प्रचंड यश न्यायाधिपति जन वत्सलम्।
अति भीमरूप अनूप प्रभुता दुखदलन अद्भुत बलम्।।
जय गीध वाहन सत्यप्रिय जय नलवर्ण कलेवरम्।
तापी अनुज जय तापहर आकाशचर करूणाकरम्।।
जय तीक्ष्ण दृष्टि अनंत वैभव मंदसौरि धनुर्धरम्।
छाया सुवन यम ज्येष्ठ बंधु कृपालु देव शनैश्चरम।।
जय कृष्ण