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"जितने वाले कोई अलग काम नही करते,वे हर काम अलग ढंग से करते हैं" हिंदी प्रेमी

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काश

20 मई 2019
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जीत

7 मई 2019
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होली

1 मार्च 2018
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लाल पीले हरे नीले गुलाबी जामुनी,हर तरह के रंगों के बीच रंगा हुआ.."हमारा जीवन" कभी कभी लगता है...रंगों ने हमारे जीवन में रंग घोलना छोड़ दिया है...कुछ बातों पर टिप्पणियाँ हम अपने आप से नहीं करते....समीक्षाएं जिन्हे हमने अपने जीवन में कभी जगह दी ही नहीं...चाहकर भी और ना

भगवान का मनुष्य से सवाल

10 अप्रैल 2016
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     हे मनुष्य - एक बात बता क्या मेने तुझसे कहा है की मेरी पूजा करो ।मनुष्य ने कहा - "नहीं "भगवान ने मनुष्य से कहा - फिर एक बात बताओ की तुम दिन देखो ना रात मुझे हर वक़्त बेवक्त क्यों पूजते हो ।मनुष्य ने कहा - हे भगवन तुम ही ने तो ये दुनिया बनायी है तुम ही इसके मालिक हो, अब तुम ये केसी बातें कर रहे ह

एक ख़त " बेटी का माँ के नाम "

9 फरवरी 2016
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माँ मेरी माँ मुझे पता चला है,मैं तेरी कोख में हूँ ,ये जान ना लेना मेरी जान,मैं डरने लगी हूँ , पिघलने लगी हूँ,सोच यही की मैं लड़की हूँ ,मुझे डर लगता है , ये जान ,की पता चली मेरी पहचान तो तू मिटा ना दे तेरी लाड़लीकी पहचान ,मैं नहीं करूँगी तंग तुझे,बस मुझे अपनी भाहों मैं भरकर थोड़ा प्यार ही दिखा देना म

आज का विचार

8 फरवरी 2016
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एक व्यक्ति की आदत थी की वह रास्ते मैं मिलने वाले  हर व्यक्ति को नमस्कार करता था | पर एक आदमी  उसके नमस्कार का जवाब गाली से देता था | एक दिन उस व्यक्ति से किसी ने पूछा  " वो आदमी हर रोज तुम्हें बुरा भला कहता है ,  तुम फिर भी उसे नमस्कार क्यों करते हो " उस नेक इंसान ने जवाब दिया   जब वो मेरे लिए अपनी

मकर संक्रांति

15 जनवरी 2016
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देखो देखो उड़ चली, मेरी पतंग उड़ चली,लहरातीं ,इठलातीं ,बलखाती,एक नयीं दिशा दिखाती,आसमान से बातें करती देखो देखो उड़ चली, मेरी पतंग उड़ चली!!सभी मित्रों व शब्दनगरी को पतंग उत्सव की  हार्दिक शुभ कामनाएँ !!  - योगिता वार्ड  

आखिर कब तक ?

21 दिसम्बर 2015
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आखिर कब तक निर्भया जैसी लडकिया मरती रहेंगी ..... कब तक बालिक को नाबालिक समझ का छोड़ा जाने लगेगा ... इंसाफ कब मिलेगा ..... क्या हम कुछ नहीं कर सकते ????

क्या महिलाओं और पुरुषों मैं अंतर है ?

14 दिसम्बर 2015
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क्या महिलाओं और पुरुषों मैं अंतर है ? क्यों एक को श्रेष्ठ (महान) और एक को हीन समझा जाता है ? समाज मैं रूढ़िवादिता क्यों खत्म नहीं हो रही या हम करना ही नहीं चाहते ?

सलमान के केस की सुनवाई के बाद क्या अब मान लिया जाये के वाकई मैं कानून अँधा होता है ? या कानून सिर्फ पैसों से चलता है ?

11 दिसम्बर 2015
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सलमान के केस की सुनवाई के बाद क्या अब मान  लिया जाये  के वाकई मैं कानून अँधा होता  है ? या कानून सिर्फ पैसों से चलता है ? 

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