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बावड़ी के पानी का रंग बदल रहा था . बावड़ी के अंदर आता सूर्य का प्रकाश धीरे धीरे कम हो रहा था .अँधेरे में बावड़ी की सीढ़ियां और लम्बी नज़र आरही थी . और अभी तक जहा खामोशी थी. बावड़ी में से घुंगरू की आवाज़ आ र