आवाज की दुनिया में मेरा नाम नहीं है।(क्योंकि) संगीत बेचना हमारा काम नहीं है।।महफिल हैं दोस्तों की आज मैं भी गाऊंगा।अपनी लिखी गज़लें ही आपको सुनाऊँगा।आवाज़ को, अन्दाज को, मत साज़ को सुनिए।मेरी कलम से निकल