प्रिय सखी।
कैसी हो।हम अच्छे है ।आज सुबह के समाचार सुने मन भर आया ।आज अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस है।उस पर समाचार आ रहे थे साथ ही श्रद्धा हत्याकांड की खबरे भी आ रही थी । कोई इसे लव जेहाद कह रहा था तो कोई ये कि ये लड़की हिंदूओं की थी इसलिए मुसलमान आशिक ने उसका ये हाल किया ।एक सिरफिरा ये कह रहा था कि आफताब का दिमाग सटक गया था आदमी औरत को गलत देखे गा तो पैंतीस तो क्या छत्तीस टुकड़े कर देगा।
कुल मिलाकर मतलब यही निकला ना कि पुरुष प्रधान समाज मे पुरुष सब कुछ कर सकता है ।इस तरह अगर औरत का दिमाग सटक गया तो क्या होगा क्या कभी सोचा है इस पुरुष प्रधान समाज ने। कुछ भी कहो बेटी वाले की बेटी चली गयी । खबरों को मसाला मिल गया ।।कभी उन मां बाप के विषय मे सोचा जिनकी बेटी के शरीर के टुकड़े यहां वहां मिल रहे है।
मन आहत है।
आज का विषय:- अंतरराष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस
- पूरे विश्व में महिलाओं के प्रति हिंसा, शोषण एवं उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के उन्मूलन हेतु संयुक्त राष्ट्र के द्वारा प्रतिवर्ष 25 नवंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस- ् मनाया जाता है। उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्र के द्वारा महिला हिंसा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत वर्ष 2030 तक के लिए ‘यूनाइट अभियान’ चला रहा है।
- वर्ष 2020 के इस दिवस की थीम “ऑरेंज द वर्ल्ड: फंड, प्रिवेंट, कलेक्ट' है।
- आपको बता दें 25 नवंबर 1960 को डोमिनिकन शासक ट्रुजिलो की तानाशाही का विरोध करने वाले तीन बहनों, पैट्रिया मर्सिडीज मिराबैल, मारिया अर्जेंटीना मिनेर्वा मिराबैल तथा एंटोनिया मारिया टेरेसा मिराबैल की ट्रुजिलो द्वारा नृशंसम हत्या करवा दी गई थी।1981 से महिला अधिकारों के समर्थकों के द्वारा इन तीनों बहनों की स्मृति के रूप में इस दिवस को मनाने की शुरुआत की गई जिससे बाद में वर्ष 1999 में संयुक्त राष्ट्र के द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में स्थापित किया गया।