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बरखा आया

7 जून 2021

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“ बरखा आया ” रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक) धरती माँ की प्यास बुझाने ! सब जीवों में आस जगाने !!   तेज हवा का झोंका आया ! संग में अपने बरखा लाया !!   मेंढक करता  टर्र-टर्र-टर्र ! पानी बरसे झर-झर-झर !!   बादल गरजे गड़-गड़-गड़ ! बिजली चमके कड़-कड़-कड़ !!   मोर पपीहा कोयल गाए !! धरती में हरियाली छाए !  --- रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक)            ग्राम-लिमतरा,जिला-धमतरी             (छ.ग.)मोब.997788088

PRITAM SAHU (TEACHER) की अन्य किताबें

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”दर्पण ”

3 जून 2021
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”दर्पण ”रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक)सब के घरों में मैं रहती हूँ।नाम हैं मेरा दर्पण,ना किसी से कुछ मैं लेतीकरती हूँ अर्पण ।। सब कोई मुझको ही देखे ।बदले में खुद को ही देखे ।। प्रतिबिंब  मैं बनाता पूरा ।मेरे बिन श्रृंगार अधूरा ।। गाड़ी के आगे मैं लगता ।पीछे क है चित्र दिखाता ।। मुझे देख जो गाड़ी च

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बरखा आया

7 जून 2021
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“ बरखा आया ”रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक)धरती माँ की प्यास बुझाने !सब जीवों में आस जगाने !! तेज हवा का झोंका आया !संग में अपने बरखा लाया !! मेंढक करता  टर्र-टर्र-टर्र !पानी बरसे झर-झर-झर !! बादल गरजे गड़-गड़-गड़ !बिजली चमके कड़-कड़-कड़ !! मोर पपीहा कोयल गाए !!धरती में हरियाली छाए ! --- रचन

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बरखा आया

7 जून 2021
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“ बरखा आया ”रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक)धरती माँ की प्यास बुझाने !सब जीवों में आस जगाने !! तेज हवा का झोंका आया !संग में अपने बरखा लाया !! मेंढक करता  टर्र-टर्र-टर्र !पानी बरसे झर-झर-झर !! बादल गरजे गड़-गड़-गड़ !बिजली चमके कड़-कड़-कड़ !! मोर पपीहा कोयल गाए !!धरती में हरियाली छाए ! --- रचन

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सोना का पायल

7 जून 2021
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“सोना का पायल”रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक) कलेक्टर दफ्तर में काम करने वाली अंजली के पास धन दौलत बहुत थी। पर परिवार में बेटी सोना के सिवाय कोई ना थी। अंजली सुबह  दफ्तर के लिए निकलती तो शाम को घर वापस आती ।घर का सारा काम नौकरानी शीला करती ।दो दिन बाद सोना का जन्मदिन था। ऐसे में मम्मी ने सोना के ल

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डॉक्टर

8 जून 2021
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<p>“ डॉक्टर ” </p> <p> रचनाकार-प्रीतम कुमार साहू(शिक्षक) </p> <p><br></p> <p>&

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