दोस्तों ये बताइये की हठ और अभिमान से किसी को कुछ मिला है जो हम आज इस तरह से लगे भिड़े पड़े है I आप लोग सोच रहे होंगे ये क्या बोल रहे है मै सही बोल रहा हूँ , अब आप सोचिये मानिये आप के घर में चार बच्चे है और ओ लोग आपस में लड़ रहे है कोई चीज के लिए जो आप के पास एक ही है तो आप क्या करेंगे ? उस समय आप के पास क्या समाधान हो सकता है की तो आप उस चीज को अगर टुकड़ा कर सकते है तो टुकड़ा कर के बांट देंगे या किसी को भी कुछ भी नहीं देंगे I तो अब सोचिये बच्चो को क्या मिला की तो उस चीज का एक - एक छोटा सा टुकड़ा मिला होगा या कुछ भी नहीं I अगर वो बच्चे आपस में समझदारी कर के आप से ओ चीज मांगता तो आप जरूर दे देते और वे बच्चे लोग जरूर पाते I हमारे मधेश के नेताओ लोगो का यही हाल है, एक है मधेश और न जाने कितने सारे अलग अलग मोर्चाओ और पार्टिया लड़ रहे है अलग अलग मांग को लेकर अपने हठ और अभिमान में I कोई इसके जिले को तोड़कर बहु प्रदेश बनाने के चक्कर में लगे है तो कोई एक प्रदेश की बात कर रहा है तो किसी का मधेश देश की मांग है I अब आप बताइये इतने सारे मांग कैसे संभव है, अरे भाई लोग इन नेताओ को समझाइये की ऐसे हठ और अभिमान से काम नहीं होगा अगर ऐसे ही लड़ते रहे तो जिन से आप लड़ रहे है जिन (खास शाशक) के समक्ष अपना मांग रखने की कोसिस कर रहे है उन (खास शाशक) के पास आप के मांग को पूरा नहीं करने के लिए प्रयाप्त कारन हो सकते है जैसे की आप ही के दूसरे भाइओ के द्वारा किया गया दूसरा मांग, देश बिखंडन की बात अनेक बखेड़ा अंतरास्ट्रीय समाज को दिखा सकता है I और आप जानते ही है की हम इन शाशको से कितने भी लड़ ले जब तक हमे अंतरास्ट्रीय समुदाय सपोर्ट नहीं करेगा तब तक इन खश शाशको के दूम सीधे नहीं होंगे I
इसलिए मेरा इन महान नेताओ से बिनम्र अनुरोध है की अपना अभिमान और हठ छोड़ कर संपूर्ण मधेसी नेताओ मिलकर के साझा सहमति बनाये और एक ही मांग (टारगेट) रख कर आंदोलन करे, तब जाकर हमारी बात देश और बिदेशो में सुनी जायेगी I और हम अपना मधेश अपना हक़ ले पाएंगे अन्यथा हमे कुछ भी नहीं मिलेगा I
दूसरी ओर नेपाली कांग्रेस और एमाले में जुड़े हुवे मधेसी नेताओ तथा कार्यकर्ताओ से अनुरोध करता हुँ अब बस करो यार अब और कितने चापलूसी करोगे और अपनों बच्चो से इनकी चापलूसी करबाओगे I एक बार अपने स्वाभिमान के लिए तो भी खड़ा हो जाओ, अन्यथा अगर हम अपना हक़ छीनने में कामयाब हो गए तो तुम आगे के चुनाब में कहा जाओगे कभी सोचा है ? उस समय हम नेपाली कांग्रेस और एमाले मुक्त मधेश की घोषणा करेंगे फिर तुम कहा जाओगे ? क्या तुम्हे उस समय ये खश शाशको तुम्हे कोई जगह भी देंगे या फिर तुम विच का रह जाओगे ....?