shabd-logo

नेपाल के नेताओ का मानसिकता पे ही संदेह हो रहा है I

5 जून 2015

277 बार देखा गया 277
प्राकृतिक बिपदा तो आते ही रहते है और आगे भी आते ही रहेगा, इस से कैसे निपटा जाय इसके लिए हमे पूरी तयारी के साथ रहना चाहिए I अब यहाँ पे भूकंप में काफी धन-जन का नुकसान हुवा है, जो लोग पे प्रकृति बिपदा के पीड़ित है उनका पुनर्स्थापन भी होना चाहिए I इस पुनर्स्थापन का जिम्मा हमारे शुशील जी के सरकार के है, लेकिन अभी पुनर्स्थापन के नाम पे जो बड़े बड़े बखेड़े कर रहे है उन से तो इन साडी नेताओ के मानसिकता पे ही संदेह होने लगा है I वैसे तो यहाँ के हरामी नेताओ पे कभी बिश्वाश होता भी नहीं है, लेकिन इन प्राकृतिक बिपदा में थोड़ा सा मानवता के नाम पे बिश्वाश होने लगा था की ऐसी स्थिति में तो ये लोग दोगलेपन के खेल नहीं खेलेंगे लेकिन ये लोग तो कुत्ते पूछ जैसे है जो कभी भी सीधा हो ही नहीं सकता I अब बताइये अगर पीडितो को पुनर्स्थापन करना है तो सारे नेताओ, बुध्जीबीओ, नागरिक समाज और अंतरास्ट्रीय दाताओ इन सब को आपस में को-ओर्डिनटे कर के इन पीडितो को मदत करने में लगना चाहिए न की नयी नौटंकी सुरु करना चाहिए राष्ट्रीय सरकार और संबिधान नाम पर I पीडितो को मदत के लिए राष्ट्रीय सरकार का क्या जरुरत है ? क्या दुनिया के और देश में इस तरह के बिप्पत नहीं आता है? भारत, चीन, जापान और पाकिस्तान में तो हमेशा इस तरह के बिप्पत आते रहते है तो क्या वहा के प्रतिपक्ष सत्ता पक्ष से मिल जाते है और राष्ट्रीय सरकार बना लेते है? नहीं बनाते है, लेकिन सारे राजनितिक दलों एक दूसरे का साथ देते है इस तरह की परिस्थिति से निपटने के लिए I यहाँ के हरामी नेताओ को देखिये की तरह से आतंरिक लड़ाई सुरु कराने के चाकर में लगे है I तराई - मधेश अभी चुप-चाप भूकंप पीडितो को मदत में जी जान से जुटे हुवे थे लेकिन यहाँ के पहाड़ी शासक वर्ग को यह देखा नहीं गया और सुरु हो गए राजनैतिक पाखंड का खेल खेलने I जो माओवादी के अध्यक्ष प्रचंड कल तक के.पि. ओली को मानसिक संतुलन खोया हुवा ब्यक्ति का उपमा दिया था आज उसके पाँव पकड़ने पे तुले है किसी तरह राष्ट्रीय सरकार बनाये और उनको सरकार में शामिल कर लिया जाय I ताकि भूकंप के नाम पे आये हुवे फण्ड को लूटा जा सके I इस लिए कभी ६ तो कभी ८ प्रदेश को लेकर भासन करते फिर रहे है I अभी मधेश सांत है तो इनके इमोशन से खेलने के कोसिस कर रहे है I अभी भी वक्त है हरामियो सुधर जाओ वरना यहाँ के जनता के नज़र में तो गिर ही चुके हो तुम लोगो को अंतररस्तरीय भीख भी नहीं मिलेगा I

सतीश कुमार झा की अन्य किताबें

1

खशो ने खूब फुट डाली है , अब तो एक हो जाओ I

29 जनवरी 2015
0
1
0

खशो ने खूब फुट डाली है , अब तो एक हो जाओ I कितने गुलामी करवाई है हम से, अब तो समझ जाओ I क्यू अपने-अपने में लड़ते हो , अब तो एक हो जाओ I कब तक हम भीख मागेंगे , अब तो अपना हक़ दिलबाओ I पढ़ लिख कर बेरोजगार बने है , हमारी उम्मीदों तो पूरा करवाओ I क्यू अलग अलग लक्ष्य बनाये हो, एक रास्ता तो बनाओ I

2

शहीदो को हार्दिक श्रद्धांजलि .........

30 जनवरी 2015
0
2
0

जनांदोलन और मधेसी आंदोलन में शहीद हुवे सारे योद्धाओ को हार्दिक दिल से श्रद्धांजलि अर्पण करता हु, साथ जीवित मधेसी नेताओ से अपील करता हु की इन बीर शहीदो के बलिदानो को केवल राजनीति हात सेकने का जरिया न बनाये बल्कि इन शहीदो ने जान देने से पहले जो सपना देखे थे उन सपनो का साकार करे I तब जाकर कही इन बीर शह

3

हठ और अभिमान छोड़ो मधेश बचाओ I

9 फरवरी 2015
0
0
0

दोस्तों ये बताइये की हठ और अभिमान से किसी को कुछ मिला है जो हम आज इस तरह से लगे भिड़े पड़े है I आप लोग सोच रहे होंगे ये क्या बोल रहे है मै सही बोल रहा हूँ , अब आप सोचिये मानिये आप के घर में चार बच्चे है और ओ लोग आपस में लड़ रहे है कोई चीज के लिए जो आप के पास एक ही है तो आप क्या करेंगे ? उस समय आप के

4

वर्ल्ड कप २०१५ का सेमी फाइनल

26 मार्च 2015
0
0
0

रैना धोनी से : भैया हमने ससुराल वालो को मुह दिखाई में वर्ल्ड कप देने की सोची थी ... अब क्या करे .... कोहली : हा भैया हमने भी अनुष्का को कप के लिए बुलाया था ......... .................................................................................................... .......................

5

हार्दिक बधाई .......हार्दिक बधाई .......हार्दिक बधाई .......

24 अप्रैल 2015
0
0
0

हार्दिक बधाई .......हार्दिक बधाई .......हार्दिक बधाई ....... स्वतंत्र मधेस गठबंधन अभियान के महानायक डा. सी. के. राउत को विशेष अदालत द्वारा सफाई दिए जाने पर उन्हें और तमाम मधेश देश प्रेमी को इस शुरुआती जीत के लिए हार्दिक बधाई देता हु I और साथ ही मधेश के कुछ स्वार्थियों जो की पहाड़ी बर्गो के तलबे चा

6

नेपाल में भूकंप आया तो किसी के लिए बिप्पत लाया तो किसी के लिए धन का बरसा हुवा I

22 मई 2015
0
0
0

दोस्तों आज भूकंप के बाद नेपाल का परिस्थिति को देखने पर मुझे दो चीजो का ख्याल आता है ई पहला तो ये की यहाँ के जो पहाड़ी मूल के नेता लोग है वो लोग अपने आप को बहुत बड़े भाग्यशाली समझते है, क्युकी इनको जिन काम के लिए यहाँ पे भेजा गया था संबिधान बनाने के लिए वह काम तो अब भूल गया या इनकी नियत उलट गयी I अब तो

7

इस नौटंकी का क्या नाम दे .......

1 जून 2015
0
1
0

हमारे देश में एक बिप्पत क्या आ गयी, यहाँ के नेताओ का तो जैसे भाग्य खुल गया I कोई जस्ता पत्ता बेचने के चक्कर में लगा है तो कोई त्रिपाल छुपाने में व्यस्त है, किसी को सेल्फ़ी की नशा चढ़ा है तो कोई सरकार में जाने के लिए नतमस्तक है I आजकल तो एक और नई पाखंडी हरकत इन लोगो ने शुरू कर दी है राष्ट्रीय सरकार

8

नेपाल के नेताओ का मानसिकता पे ही संदेह हो रहा है I

5 जून 2015
0
1
0

प्राकृतिक बिपदा तो आते ही रहते है और आगे भी आते ही रहेगा, इस से कैसे निपटा जाय इसके लिए हमे पूरी तयारी के साथ रहना चाहिए I अब यहाँ पे भूकंप में काफी धन-जन का नुकसान हुवा है, जो लोग पे प्रकृति बिपदा के पीड़ित है उनका पुनर्स्थापन भी होना चाहिए I इस पुनर्स्थापन का जिम्मा हमारे शुशील जी के सरकार के है,

9

नेपाल में संबिधान सभा का चुनाव किस लिए हुवा था I

8 जून 2015
0
0
0
10

बेचारा बाबुराम भट्टराई ..........और यहाँ अधूरा संबिधान I

23 जून 2015
0
0
0

नेपाल ऐसा बिचित्र देश शायद ही दुनिया में मिले I ये ऐसा देश है जहा अधूरा संबिधान बनाने के लिए नजाने कितने सुपरफास्ट ट्रैक पकरने के लिए यहाँ के प्रमुख चार दल के शीर्ष नेता लोग तैयार है लेकिन यहाँ के सर्बोच न्यायाल के द्वारा जारी किया गया (सीमांकन और नामांकन बिना के संघ के सम्बन्ध में) अंतरिम आदेश को म

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए