shabd-logo

अखिलेश कुमार के बारे में

no-certificate
अभी तक कोई सर्टिफिकेट नहीं मिला है|

अखिलेश कुमार की पुस्तकें

devnagar

devnagar

कुछ भी देखिए

0 पाठक
4 रचनाएँ

निःशुल्क

devnagar

devnagar

कुछ भी देखिए

0 पाठक
4 रचनाएँ

निःशुल्क

अखिलेश कुमार के लेख

गरीबी

10 सितम्बर 2015
2
2

आज मैंने एक फिल्म देखी फैमिलीवाला फिल्म का नाम है जिसका एक वाक्य मुझे बहुत ही पसंद आया वो वाक्य थायदि एक अनाथ दुसरे अनाथ का हाथ थाम ले, दूसरा अनाथ तीसरे अनाथ का तीसरा अनाथ चौथे अनाथ का तो दुनिया में कोई अनाथ ही न रहेगा।यह रही बात फिल्म की और मेरा मानना है कि-यदि एक गरीब दुसरे गरीब का हाथ थाम ले दूसर

गरीबी

10 सितम्बर 2015
1
0

आज मैंने एक फिल्म देखी फैमिलीवाला फिल्म का नाम है जिसका एक वाक्य मुझे बहुत ही पसंद आया वो वाक्य थायदि एक अनाथ दुसरे अनाथ का हाथ थाम ले, दूसरा अनाथ तीसरे अनाथ का तीसरा अनाथ चौथे अनाथ का तो दुनिया में कोई अनाथ ही न रहेगा।यह रही बात फिल्म की और मेरा मानना है कि-यदि एक गरीब दुसरे गरीब का हाथ थाम ले दूसर

गरीबी

10 सितम्बर 2015
2
0

आज मैंने एक फिल्म देखी फैमिलीवाला फिल्म का नाम है जिसका एक वाक्य मुझे बहुत ही पसंद आया वो वाक्य थायदि एक अनाथ दुसरे अनाथ का हाथ थाम ले, दूसरा अनाथ तीसरे अनाथ का तीसरा अनाथ चौथे अनाथ का तो दुनिया में कोई अनाथ ही न रहेगा।यह रही बात फिल्म की और मेरा मानना है कि-यदि एक गरीब दुसरे गरीब का हाथ थाम ले दूसर

गरीबी मिटाओ समृद्ध बनो

10 सितम्बर 2015
0
0

आज मैंने एक फिल्म देखी फैमिलीवाला फिल्म का नाम है जिससे मै बहुत ही प्रेरित हुआ।जिसका एक वाक्य मुझे बहुत ही पसंद आया वो वाक्य थायदि एक अनाथ दुसरे अनाथ का हाथ थाम ले, दूसरा अनाथ तीसरे अनाथ का तीसरा अनाथ चौथे अनाथ का तो दुनिया में कोई अनाथ ही न रहेगा।यह रही बात फिल्म की और मेरा मानना है कि-यदि एक गरीब

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए