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अल्फ़ाज़ ऐ हुस्न

14 दिसम्बर 2017

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तेरी खूबसूरती को बयान भी क्या करे साहेब

फ़क्त नैनों की बात नहीं हैं

तू खुद एक चाँद का टुकड़ा हैं

तू ही चांदनी हैं

तेरे नखरों की कहानी अधूरी हैं

पर तू लड़की शर्मीली हैं

अब तुझे शब्दों में बयान क्या करे साहेब

तू पारी सी लड़की बड़ी सोनी हैं


atul hindustani

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atulhindustani
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यहा मैंने कुछ शायरिया लिखने की कोशिश की है अगर पसंद आये तो बताइयेगा

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