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अनचाहा बंधन

Archana Kushwaha

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हम इंसान है इसलिए हमारे पास रिश्ते हैं, पर हर रिश्ता खुशी, सकून देने वाला हो ये जरूरी तो नहीं कुछ सिर्फ बंधन बनकर रह जाते हैं उलझनों वाला, दर्द तकलीफ वाला एक अनचाहा बंधन ,, मिहिर और चाहत ऐसे ही अनचाहे बंधन की उलझनों, दर्द तकलीफों से निकलने के लिए दोनों अनचाहा बंधन में बन जाते हैं, कैसे ये अनचाहा बंधन उनकी चाहतों का बंधन बनता है यही कहानी में दर्शाया गया है| 

anchaha bandhan

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