मैं लखनऊ में रहने वाली एक महिला और शिक्षिका हूं। मुझे लिखना अच्छा लगता है। मुझे कविता और कहानी लिखना अच्छा लगता है ।
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"तेरी याद को दिल से लगाएबैठे हैं एक कोने मेंलगता है बीत जाएगीउम्र यूं ही रोने मेंये यादें भी तो मेरी रजा हैइस रोने में भी एक मजा है।कितना सुकून थातुझे देख कर सोने मेंऔर फिर जागकरतुझको देखने मेंक्या वो
"रात मेंसो गए हमसोते-सोतेसपनों में खो गए हमरिमझिम सी बरसात मेंजिनमें से सपने आएसपने में हमने देखाबर्फ का सुंदर शहरचारों तरफ बर्फ कीचादरों से ढकी हुईवो वादियांउन वादियों मेंएक मंदिरउस मंदिर में माता रा
💐 जिंदगी कोजिंदगी की तरहजीने कीकोशिश तो बहुत कीपर जी ना सकेतेरे बिना ।💐😔 मौत कोमौत की तरहमरने कीकोशिश तो बहुत कीपर मर ना सकेतेरे बिना ।😔👏 खुशी कोखुशी की तरहपाने कीकोशिश तो बहुत कीपर पा न सकेतेरे
"खत आखरी है ये नाम तुम्हारेमन ये मन मेरा है नाम तुम्हारेमिले या ना मिले हमदिल है मेरा नाम तुम्हारेमिल सकेंगे अगर कभी तोहोगा वोपल भी नाम तुम्हारेमेरे जीवन के वो सारे बसंतथे नाम तुम्हारेअब ये पतझड़भी है
"सुंदरता की पहचान है मनआंखों की जुबान है मनदिलों की दास्तान है मनये तेरा मनये मेरा मनसारे जहां से प्यारा है मनतन्हाई के आलम मेंतेरे साथ होने काएहसास कराता है मनतेरी मेरी जान है ये मनकर्जदार है ते
"दुनिया की हर शैका हैअपना एक वजूदधरती ना होती तोहम मां किसे कहते ?अंबर ना होता तोहम पिता किसे कहते ?शिष्य ना होते तो हम गुरु किसे कहते ?लेकिनपुरुषों के इस समाज मेंगुम है वजूद अभीभी नारी का
"नारी,कमजोर नहीं ,अबला नहींमजबूत है ,सबला है ।नारी,ममता का सागर ही नहींचट्टानों सी मजबूती उसमें ।नारी,बुलंद हौसले रखती है अबखेलती है खतरों से सब ।नारी,सम्मान की हकदार है वोअपमान की अब दरकार नहीं ।नारी
"बंधन दिलों काटूटा है ऐसेटूटता हो कोईशीशा जैसेतेरी ही बातें वो भीगी रातहाय वो यादेंछूटी हैं ऐसेरूठी हो हमसेजिंदगी जैसेवो तेरा जानादिल को रुलानालगता है ऐसेकमी थी हमारेप्यार में जैसे ।"
"पल पल की यादों मेंहर छोटी-बड़ी बातों मेंपापा की डांट मेंखड़ी रही बन ढाल तुमसीखा है तुमसे मैंनेधीरज ,धैर्य और साहसमेरी जिंदगी कातुम हो अहम हिस्साऐसा ही होता हैहर बेटी का मां से रिश्ता ।बन फरिश्ता तुमन