shabd-logo

बच्चों को अनुशासित रखने की चाहत में न करें ये 4 गलतियाँ

3 फरवरी 2016

216 बार देखा गया 216
featured image

तुलना न करें :

हर बच्चे में अपनी स्वयं की प्रतिभा होती है| यह प्रतिभा पड़ोसी या रिश्तेदारों के बच्चों में पाए जाने वाली प्रतिभाओं से बिल्कुल अलग होती है| इसलिए अपने बच्चे की तुलना, दूसरे बच्चों के साथ करने से आप निश्चित ही उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाते हैं। और बार-बार बच्चों की तुलना करने पर उन्हें महसूस होने लगता है कि उनमें कोई खास बात है ही नहीं। वे बिल्कुल बेकार हैं। वे स्वयं को दूसरों से कम आंकने लगते हैं।

दबाव न डालें:

बच्चे के नेचर के विपरीत जाने की कोशिश न करें। बच्चे को कम उम्र से अच्छी बातें सिखाना और बताना अच्छी बात है, लेकिन उस पर दबाव डालकर उससे कुछ न करवाएं, उसे सहज तरीके से जीने दें। अक्सर अभिभावक बच्चों पर घर से बाहर निकलने,  दोस्तों से मिलना- जुलने, बाहर बगीचे में खेलने और हर वक्त सिर्फ पढ़ाई करते रहने का दबाव डालते हैं। आपके ऐसे करने से बच्चे का कोई फायदा तो नहीं होगा उल्टा अपनी इच्छाओं को पूरा न होते देख आपका बच्चा अंदर ही अंदर घुटने लगेगा| आपके दबाव में वो पढ़ाई तो कर लेगा लेकिन  उसके नंबर भी अच्छे आ जाएँ ये जरुरी नहीं| लेकिन जीवनभर उसके दिल में इस कारण अपने अभिभावकों के प्रति खराब छवि जरुर बन सकती है| हो सकता है कि बच्चा, भविष्य में बड़ा आदमी बन जाए, लेकिन उसे यह हमेशा दुख रहेगा कि उसके अभिभावकों ने उसका बचपन छीन लिया और उसे कुचल कर रख दिया।

स्वविवेक के साथ बच्चे की साइड लें:

दुनिया में बहुत सारे ऐसे पैरेंट्स भी हैं जो अपने बच्चे को सबसे परफेक्ट समझने लगते हैं। रिश्तेदारों या पड़ोसियों से मिलने पर भी वे अपने बच्चे की तारीफें कुछ ज्यादा ही करने लगते हैं। अगर उनका बच्चा कुछ गलत करता है और दूसरे बच्चे या स्कूल के टीचर इस बारे में शिकायत करते हैं तो भी वो उनकी शिकायत को दरकिनार कर अपने बच्चे को ही सही ठहराते हैं, लेकिन अभिभावक भूल जाते हैं कि उनकी इसी आदत का बच्चे गलत फायदा भी उठा सकते हैं। अपने बच्चे की साइड लेना या उनकी बात सुनना एक हद तक तो सही है, लेकित गलत होने पर भी उनकी तरफदारी करना बिल्कुल गलत है। अगर आपके बच्चे की गलती है तो उसे उसका अहसास कराएं और उसे उस गलती के लिए सजा देने से भी चूके नहीं। जब तक बच्चे को पछतावा न हो जाए, तब तक उसे एहसास कराएं।

जरूरत से ज्यादा कोई काम न करें:

बच्चे को अच्छी परवरिश देने के लिए हर चीज़ में बैलेंस रखना बहुत जरूरी है। कोई भी काम जरूरत से ज्यादा न करें, जैसे- बच्चे की गलती पर जरूरत से ज्यादा चिल्लाने से बच्चा सहम सकता है। इससे उसकी ग्रोथ पर असर  भी पड़ सकता है|  वह इस कारण वह आपसे बात करने में हिचकिचाने भी लगेगा। बच्चे की गलती पर उसे समझाएं। उसकी गलती का एहसास कराएं, लेकिन अपने गुस्से पर काबू रखें। ठीक इसी तरह से बच्चे को जरूरत से ज्यादा प्यार देने से भी बच्चा बिगड़ने लगता है। इतना ही नहीं, इस कारण वे अपने पैरों पर खड़े होने में ज्यादा वक्त लेते हैं और उनमें आत्मविश्वास की कमी भी दिखने लगती है। (साभार:दैनिक भास्कर)

1

अपनी कुख्यात छवि के लिए स्वयं दोषी है पुलिस

12 अक्टूबर 2015
0
0
0

यह कहना है लखनऊ की सामान्य जनताका | वैसे भी आम तौर पर पुलिस की कार्यशैली कैसी है, किसी को बताने की जरुरत नहीं| पुलिस की लचर कार्यशैली और कुख्यात छवि के कारण ही कोई भी हिन्दुस्तानी पुलिस केनाम से ही नाक-भौं सिकोड़ने लगता है | इस सन्दर्भ में, एक प्रतिष्ठित मीडिया-हाउस द्वारा राजधानी लखनऊ मेंकराये स्टिं

2

कचरा बीनने वाली की बेटी बनी ब्यूटी-क्वीन, अपना ताज मां के क़दमों में रखा

29 अक्टूबर 2015
0
2
0

थाईलैंड में कचरा बीनने वाली महिला की बेटी ने ब्यूटी-क्वीन का खिताब जीतने केबाद अपना ताज अपनी मां के कदमों में रख दिया। दिल को छूने वाली इस खबर और इससेजुड़ी तस्वीर की इन दिनों सोशल-मीडिया पर वायरल होकर खासी चर्चा बटोररही है | गौरतलब है कि 17 साल की खानिट्‌टा मिन्ट फासिएंग ने बीते महीने मिस-अनसेंसर्ड-न

3

हंसी के ठहाके लगाइये, टेंशन फ्री हो जाइये !!!

31 अक्टूबर 2015
0
1
0

<!--[if !supportLists]-->1.       <!--[endif]-->टीचर ने कक्षा में एक बच्चेसे पूछा, टीचर: दहेज किसे कहते हैं? बच्चा: जब कोई लड़का किसी लड़की को जीवन भर झेलने के लिए तैयार हो जाता है। तो इसकेबदले उसे दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को दहेज कहते हैं।  <!--[if !supportLists]-->2.       <!--[endif]-->छोटा स

4

उज्जैन के काल भैरव मंदिर की स्थापना का रहस्य

5 नवम्बर 2015
0
5
1

मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर से करीब 8 कि.मी. दूर कालभैरव का प्रसिद्ध मंदिर अवस्थित है । यहां भगवान कालभैरव कोप्रसाद के तौर पर केवल शराब ही चढ़ाई जाती है । शराब से भरे प्याले कालभैरव कीमूर्ति के मुंह से लगाने पर वह देखते ही देखते खाली हो जाते हैं । इसी कारण मंदिरके बाहर भगवान कालभैरव को चढ़ाने के लिए द

5

कार्टून देखना बच्‍चों के लिए है नुकसानदायक ; सचेत रहें अभिभावक

30 दिसम्बर 2015
0
3
0

अगर आपका बच्चा टीवी पर कुछ ज्यादा ही कार्टून देखने लगा है और इसका शौक़ीनहोता जा रहा है, तो आपको थोड़ा सावधान होने की जरुरत है | क्योंकि यह लत आपके बच्‍चेके शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हो सकती है | सूत्रोंके मुताबिक इन दिनों  टीवी पर तेजी से बढ़ रहे कार्टून चैनलों में आने

6

सुविचार !!!

14 जनवरी 2016
0
1
0

7

सुविचार !!!

14 जनवरी 2016
0
1
0

8

“हिन्दू हृदय-सम्राट” थे “बालासाहेब ठाकरे” (जयंती पर विशेष)

24 जनवरी 2016
0
0
0

२३ जनवरी १९२६ को पुणे में केशव सीताराम ठाकरे के यहाँ जन्म लिया बालासाहेबकेशव ठाकरे ने जिन्हें उनके अनुयायी “हिन्दू हृदय-सम्राट” कहते हैं|  भारत के महाराष्ट्रप्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता थे जिन्होने शिव सेना के नाम से एक प्रखर हिन्दूराष्ट्रवादी दल का गठन किया था। उन्हें लोग प्यार से बालासाहेब भी कहते ह

9

“हिन्दू हृदय-सम्राट” थे “बालासाहेब ठाकरे” (जयंती पर विशेष)

24 जनवरी 2016
0
0
0

२३ जनवरी १९२६ को पुणे में केशव सीताराम ठाकरे के यहाँ जन्म लिया बालासाहेबकेशव ठाकरे ने जिन्हें उनके अनुयायी “हिन्दू हृदय-सम्राट” कहते हैं|  भारत के महाराष्ट्रप्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता थे जिन्होने शिव सेना के नाम से एक प्रखर हिन्दूराष्ट्रवादी दल का गठन किया था। उन्हें लोग प्यार से बालासाहेब भी कहते ह

10

दुल्हन बनी ‘बुलेट रानी’

25 जनवरी 2016
0
1
16

गुजरात के अहमदाबाद शहर में एक शादी में दुल्हन ‘बुलेट रानी’ बन गई| हुआ यूंकि ऐशा नाम की एक लड़की जब दुल्हन बनी तो उसके पिता शैलेष उपाध्याय ने कहा कि उनकीबेटी ऐशा जब 16 साल की थी, तभी से बुलेट की मांग कर रही थी। इसीलिए उन्होंने सोचा कि उसकी शादी पर क्योंन उसे उसका मनपसंद गिफ्ट ही दे दूं। इसलिए उन्होंने

11

लज़ीज़ शाकाहारी सिक्किमी-मोमोज बनाने की विधि

26 जनवरी 2016
0
2
0

सामग्री : मोमोज के लिए (200 ग्राम मैदा, 1 टेबल-स्पून घी या तेल, 1/5 टी-स्पून बेकिंग पाउडर, नमक स्वादानुसार), भरावन के लिए (2 प्याज, 8 कली लहसुन, 2 शिमला मिर्च, 1 टेबल-स्पून बंदगोभी, 2 गाजर, कद्दूकस की हुई आधा कटोरी हरी मटर, 100 ग्राम पनीर, 1 टेबल-स्पून घी या तेल, 1/4 स्पून काली मिर्च, 1 चुटकी लाल मि

12

भारत की 8 अजीबोग़रीब बातें-घटनाएं !!!

27 जनवरी 2016
0
2
0

बीते कुछ सालों में भारत में कई अजीबोग़रीब बातें-घटनाएं हुई हैं जिसने कुछवक्त के लिए सही लोगों को चौंका दिया है| विश्व-मंच और सोशल मीडिया पर भी इनकीकाफी चर्चा की गई है। आइये डालें इन पर एक खास नज़र:1.  ताजमहल का दूसरा सच!यूं तो ताजमहल मुगल शासन की बेहतरीन उपलब्धि के तौर पर जाना जाता है और इसेप्यार का ब

13

पंजाब केसरी को उनकी जयंती पर भावभीनी श्रधांजलि !!!

28 जनवरी 2016
0
3
2

भारत के एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक लाला लाजपत राय जिन्हें ‘पंजाबकेसरी’ भी कहते हैं की आज जयंती है| पंजाब के मोगा जिले में एक अग्रवाल बनियापरिवार में जन्मे लाला लाजपत राय ने कुछ समय तक हरियाणा के रोहतक और हिसार शहरोंमें वकालत भी की। ये भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता

14

भारत का प्रथम ‘अंडरवाटर रेस्टोरेंट’

30 जनवरी 2016
0
1
0

देश का प्रथम ‘अंडरवाटर रेस्टोरेंट’ स्मार्ट सिटीज में चयनित शहर अहमदाबाद मेंबन कर तैयार है| आगामी 1 फरवरी से इसका संचालन शुरू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि जमीन से 20 फीट नीचे बनेएक्वेरियम जैसे इस अनोखे रेस्टोरेंट में 1.60 लाख लीटर पानी केअंदर 32 लोगों के बैठने की व्यवस्था है| यह रेस्टोरेंट अहमदाबाद में

15

बच्चों को अनुशासित रखने की चाहत में न करें ये 4 गलतियाँ

3 फरवरी 2016
0
5
0

तुलना न करें :हर बच्चे में अपनी स्वयं की प्रतिभा होती है| यह प्रतिभा पड़ोसी या रिश्तेदारोंके बच्चों में पाए जाने वाली प्रतिभाओं से बिल्कुल अलग होती है| इसलिए अपने बच्चेकी तुलना, दूसरे बच्चों के साथ करने से आप निश्चित ही उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचातेहैं। और बार-बार बच्चों की तुलना करने पर उन्हें मह

16

सुविचार !!!

3 फरवरी 2016
0
5
2

17

जब बीरबल के पुत्र ने अपनी बुद्धि का लोहा मनवाया

5 फरवरी 2016
0
3
1

एक बार बादशाह अकबर ने बीरबल से तीनप्रश्न पूछे -1. ईश्वर कहां रहता है? 2. ईश्वर कैसे मिलता है? और 3. ईश्वर करता क्या है? इस पर बीरबल ने कहा कि इन प्रश्नोंके उत्तर वह कल बतायेंगे| यह कहकर बीरबल अपने घर लौट आये। हालाँकि बीरबल इनप्रश्नों को लेकर बहुत अधिक चिंतित थे। बीरबल को चिंतित देख कर जब उनके पुत्र

18

महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त स्वामी दयानन्द सरस्वती (जयंती पर विशेष)

13 फरवरी 2016
0
3
0

महर्षि दयानन्द सरस्वती आधुनिक भारत के महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त थे। स्वामीदयानन्द सरस्वती जी का जन्म १२ फ़रवरी सन् १८२४ में मोरबी (मुम्बई की मोरवीरियासत) के पास काठियावाड़ क्षेत्र (जिला राजकोट), गुजरात में हुआ था। उनके पिता कानाम करशनजी लालजी तिवारी और माँ का नाम यशोदाबाई था। उनके पिता एक क

19

महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त स्वामी दयानन्द सरस्वती (जयंती पर विशेष)

13 फरवरी 2016
0
2
0

महर्षि दयानन्द सरस्वती आधुनिक भारत के महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त थे। स्वामीदयानन्द सरस्वती जी का जन्म १२ फ़रवरी सन् १८२४ में मोरबी (मुम्बई की मोरवीरियासत) के पास काठियावाड़ क्षेत्र (जिला राजकोट), गुजरात में हुआ था। उनके पिता कानाम करशनजी लालजी तिवारी और माँ का नाम यशोदाबाई था। उनके पिता एक क

20

दम लगा के हंसना!

26 फरवरी 2016
0
1
0

<!--[if !supportLists]-->·        <!--[endif]-->सुबह मिश्राजी जब ऑफिस के लिए निकले तो उनकी श्रीमती जी बोलीं,   मिश्राजी की श्रीमतीजी- भगवान केहाथ जोड़ कर घर से निकला करो सब काम अच्छे होते हैं।   मिश्राजी ने कहा- मैं नहीं मानता...शादी वाले दिन भी तो हाथ जोड़ कर ही घर से निकला था। 

21

कौन है आपका फेवरिट कॉमेडियन ?

19 मार्च 2016
0
2
0

उक्त चित्र में नंबर रैंकिंग के लिए नहीं है | बस लोगों की पसंद जानने के लिए है | जहाँ तक मेरी पसंद का सवाल है तो मेरे तीन लोग फेवरिट हैं | कोई किसी से कम नहीं | परेश रावल  राजपाल यादव और जॉनी लीवर | आपकी पसंद क्या है ???

22

पानी है अनमोल (विश्व जल दिवस 22 मार्च पर विशेष)

22 मार्च 2016
0
4
1

मन में ले ये घोल, पानी है अनमोल, हर चीज़ चाहे तोल,पानी है अनमोल |मन की आखें खोल,विश्वयुद्ध का न हो रोल,खोल दे सबकी पोल,रे बावरे ! पानी है अनमोल कॉपीराइट@चंद्रेश विमलात्रिपाठी  

23

23 अप्रैल 2016
0
0
0

जदयू द्वारा नीतीश कुमार को मोदी के विकल्प के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है । आपके अनुसार प्रधानमंत्री पद के लिये मोदी जी का विकल्प कौन हो सकता है ???. नीतीश  कुमार . मुलायम सिंह यादव . राहुल गांधी . ममता बनर्जी . ज्योतिरादित्य सिंधिया 

24

मौजूदा समय में कौन है मोदी का विकल्प ?

23 अप्रैल 2016
0
0
4
---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए