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बच्चों को अनुशासित रखने की चाहत में न करें ये 4 गलतियाँ

3 फरवरी 2016

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तुलना न करें :

हर बच्चे में अपनी स्वयं की प्रतिभा होती है| यह प्रतिभा पड़ोसी या रिश्तेदारों के बच्चों में पाए जाने वाली प्रतिभाओं से बिल्कुल अलग होती है| इसलिए अपने बच्चे की तुलना, दूसरे बच्चों के साथ करने से आप निश्चित ही उनके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचाते हैं। और बार-बार बच्चों की तुलना करने पर उन्हें महसूस होने लगता है कि उनमें कोई खास बात है ही नहीं। वे बिल्कुल बेकार हैं। वे स्वयं को दूसरों से कम आंकने लगते हैं।

दबाव न डालें:

बच्चे के नेचर के विपरीत जाने की कोशिश न करें। बच्चे को कम उम्र से अच्छी बातें सिखाना और बताना अच्छी बात है, लेकिन उस पर दबाव डालकर उससे कुछ न करवाएं, उसे सहज तरीके से जीने दें। अक्सर अभिभावक बच्चों पर घर से बाहर निकलने,  दोस्तों से मिलना- जुलने, बाहर बगीचे में खेलने और हर वक्त सिर्फ पढ़ाई करते रहने का दबाव डालते हैं। आपके ऐसे करने से बच्चे का कोई फायदा तो नहीं होगा उल्टा अपनी इच्छाओं को पूरा न होते देख आपका बच्चा अंदर ही अंदर घुटने लगेगा| आपके दबाव में वो पढ़ाई तो कर लेगा लेकिन  उसके नंबर भी अच्छे आ जाएँ ये जरुरी नहीं| लेकिन जीवनभर उसके दिल में इस कारण अपने अभिभावकों के प्रति खराब छवि जरुर बन सकती है| हो सकता है कि बच्चा, भविष्य में बड़ा आदमी बन जाए, लेकिन उसे यह हमेशा दुख रहेगा कि उसके अभिभावकों ने उसका बचपन छीन लिया और उसे कुचल कर रख दिया।

स्वविवेक के साथ बच्चे की साइड लें:

दुनिया में बहुत सारे ऐसे पैरेंट्स भी हैं जो अपने बच्चे को सबसे परफेक्ट समझने लगते हैं। रिश्तेदारों या पड़ोसियों से मिलने पर भी वे अपने बच्चे की तारीफें कुछ ज्यादा ही करने लगते हैं। अगर उनका बच्चा कुछ गलत करता है और दूसरे बच्चे या स्कूल के टीचर इस बारे में शिकायत करते हैं तो भी वो उनकी शिकायत को दरकिनार कर अपने बच्चे को ही सही ठहराते हैं, लेकिन अभिभावक भूल जाते हैं कि उनकी इसी आदत का बच्चे गलत फायदा भी उठा सकते हैं। अपने बच्चे की साइड लेना या उनकी बात सुनना एक हद तक तो सही है, लेकित गलत होने पर भी उनकी तरफदारी करना बिल्कुल गलत है। अगर आपके बच्चे की गलती है तो उसे उसका अहसास कराएं और उसे उस गलती के लिए सजा देने से भी चूके नहीं। जब तक बच्चे को पछतावा न हो जाए, तब तक उसे एहसास कराएं।

जरूरत से ज्यादा कोई काम न करें:

बच्चे को अच्छी परवरिश देने के लिए हर चीज़ में बैलेंस रखना बहुत जरूरी है। कोई भी काम जरूरत से ज्यादा न करें, जैसे- बच्चे की गलती पर जरूरत से ज्यादा चिल्लाने से बच्चा सहम सकता है। इससे उसकी ग्रोथ पर असर  भी पड़ सकता है|  वह इस कारण वह आपसे बात करने में हिचकिचाने भी लगेगा। बच्चे की गलती पर उसे समझाएं। उसकी गलती का एहसास कराएं, लेकिन अपने गुस्से पर काबू रखें। ठीक इसी तरह से बच्चे को जरूरत से ज्यादा प्यार देने से भी बच्चा बिगड़ने लगता है। इतना ही नहीं, इस कारण वे अपने पैरों पर खड़े होने में ज्यादा वक्त लेते हैं और उनमें आत्मविश्वास की कमी भी दिखने लगती है। (साभार:दैनिक भास्कर)

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अपनी कुख्यात छवि के लिए स्वयं दोषी है पुलिस

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कचरा बीनने वाली की बेटी बनी ब्यूटी-क्वीन, अपना ताज मां के क़दमों में रखा

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हंसी के ठहाके लगाइये, टेंशन फ्री हो जाइये !!!

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उज्जैन के काल भैरव मंदिर की स्थापना का रहस्य

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कार्टून देखना बच्‍चों के लिए है नुकसानदायक ; सचेत रहें अभिभावक

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२३ जनवरी १९२६ को पुणे में केशव सीताराम ठाकरे के यहाँ जन्म लिया बालासाहेबकेशव ठाकरे ने जिन्हें उनके अनुयायी “हिन्दू हृदय-सम्राट” कहते हैं|  भारत के महाराष्ट्रप्रदेश के प्रसिद्ध राजनेता थे जिन्होने शिव सेना के नाम से एक प्रखर हिन्दूराष्ट्रवादी दल का गठन किया था। उन्हें लोग प्यार से बालासाहेब भी कहते ह

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देश का प्रथम ‘अंडरवाटर रेस्टोरेंट’ स्मार्ट सिटीज में चयनित शहर अहमदाबाद मेंबन कर तैयार है| आगामी 1 फरवरी से इसका संचालन शुरू हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि जमीन से 20 फीट नीचे बनेएक्वेरियम जैसे इस अनोखे रेस्टोरेंट में 1.60 लाख लीटर पानी केअंदर 32 लोगों के बैठने की व्यवस्था है| यह रेस्टोरेंट अहमदाबाद में

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जब बीरबल के पुत्र ने अपनी बुद्धि का लोहा मनवाया

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महान चिन्तक, समाज-सुधारक व देशभक्त स्वामी दयानन्द सरस्वती (जयंती पर विशेष)

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दम लगा के हंसना!

26 फरवरी 2016
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<!--[if !supportLists]-->·        <!--[endif]-->सुबह मिश्राजी जब ऑफिस के लिए निकले तो उनकी श्रीमती जी बोलीं,   मिश्राजी की श्रीमतीजी- भगवान केहाथ जोड़ कर घर से निकला करो सब काम अच्छे होते हैं।   मिश्राजी ने कहा- मैं नहीं मानता...शादी वाले दिन भी तो हाथ जोड़ कर ही घर से निकला था। 

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कौन है आपका फेवरिट कॉमेडियन ?

19 मार्च 2016
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उक्त चित्र में नंबर रैंकिंग के लिए नहीं है | बस लोगों की पसंद जानने के लिए है | जहाँ तक मेरी पसंद का सवाल है तो मेरे तीन लोग फेवरिट हैं | कोई किसी से कम नहीं | परेश रावल  राजपाल यादव और जॉनी लीवर | आपकी पसंद क्या है ???

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पानी है अनमोल (विश्व जल दिवस 22 मार्च पर विशेष)

22 मार्च 2016
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मन में ले ये घोल, पानी है अनमोल, हर चीज़ चाहे तोल,पानी है अनमोल |मन की आखें खोल,विश्वयुद्ध का न हो रोल,खोल दे सबकी पोल,रे बावरे ! पानी है अनमोल कॉपीराइट@चंद्रेश विमलात्रिपाठी  

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23 अप्रैल 2016
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जदयू द्वारा नीतीश कुमार को मोदी के विकल्प के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है । आपके अनुसार प्रधानमंत्री पद के लिये मोदी जी का विकल्प कौन हो सकता है ???. नीतीश  कुमार . मुलायम सिंह यादव . राहुल गांधी . ममता बनर्जी . ज्योतिरादित्य सिंधिया 

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मौजूदा समय में कौन है मोदी का विकल्प ?

23 अप्रैल 2016
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